प्रेरणा

filter
img

By Author

  • Preksha Modi
    34 articles
    2k likes
  • Shraddha Jain
    34 articles
    2k likes
  • Deepika Kapoor
    34 articles
    2k likes
  • Riya Maheshwari
    34 articles
    2.2k likes

By date

  • 11 MON
  • 12 TUE
  • 13 WED
  • 14 THU
  • 15 FRI
  • 16 SAT
  • 17 SUN

प्रेरणा

engageCategory

‘भारत में करोड़ों बच्चे हैं अनाथ’, सेशन कोर्ट ने दिया बेबी एडॉप्शन के प्रोसेस को आसान करने का आदेश

  बच्चा गोद लेना एक आसान प्रक्रिया नहीं है, यह एक बड़ी जिम्मेदारी होती है, जिसे निभाने के लिए पहले एक माता-पिता को मानसिक रूप से तैयार होना चाहिए और फिर दिल से बच्चे को जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। लेकिन खुद को तैयार करने के बाद, जब व्यवहारिक रूप से बच्चे को गोद लेने की बात आती है, फिर एक लंबी प्रक्रिया से जूझना पड़ता है गोद लेने वाले माता-पिता को। लेकिन अब सेशन कोर्ट ने इस बात को समझा है और बेबी एडॉप्शन यानी बच्चे गोद लेने की प्रक्रिया को आसान करने का आदेश दिया है और इस साल अक्टूबर महीने तक इस पर सुनवाई होने वाली है। जानिए क्या है पूरी खबर।

टीम Her Circle | सितंबर 04, 2022
engageCategory

भारत के 81 प्रतिशत जिलों में केवल 50 प्रतिशत ही पहुंचती है प्रसवपूर्ण देखभाल सेवा (एएनसी) : राज्य एवं जिला स्तरीय विश्लेषण आंकड़े

एएनसी की उपस्थिति स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की शुरुआती पहचान में महत्वपूर्ण है, जो गर्भावस्था के नकारात्मक परिणामों को जन्म दे सकती हैं और उन्हें प्रबंधित करने और आगे की जटिलताओं को रोकने की दिशा में काम कर सकती हैं। इन सत्रों के दौरान, महिलाओं को गर्भावस्था से संबंधित जटिलताओं जैसे एनीमिया, प्रीक्लेम्पसिया, यौन संचारित रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, आदि की जांच की जाती है और इन स्थितियों का उचित प्रबंधन किया जाता है। इन सत्रों के दौरान, वजन की निगरानी, ​​टेटनस टॉक्सोइड टीकाकरण, और आयरन और फोलिक एसिड, कैल्शियम और एल्बेंडाजोल जैसे पूरक जैसी अतिरिक्त सेवाएं दी जाती हैं ।

टीम Her Circle | नवंबर 01, 2022
engageCategory

दिल्ली में 88 प्रतिशत महिला यात्री होती हैं यौन उत्पीड़न की शिकार, महज 1 फीसदी ही करती हैं शिकायत दर्ज

रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर सफर करने वाली और शहरी इलाकों में 88 प्रतिशत महिलाएं यौन उत्पीड़न का शिकार हो जाती हैं, जबकि केवल एक फीसदी ही महिलाओं की शिकायत पुलिस तक पहुंच पाती हैं और शहरी इलाकों में 88 प्रतिशत महिलाएं यौन उत्पीड़न का शिकार होती ही हैं, जबकि केवल एक फीसदी ही हिम्मत जुटा कर, पुलिस से इसकी शिकायत कर पाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई में आधी से ज्यादा महिलाएं यौन उत्पीड़न का शिकार होती हैं और इनमें से केवल 6 फीसदी ही केस दर्ज करवाती हैं। वहीं पुणे जैसे शहर की बात करूं तो 63 प्रतिशत महिलाओं को इसका सामना करना पड़ता है, जबकि 12 फीसदी महिलाएं ही आपबीती की शिकायत करने का साहस जुटा पाती हैं।

टीम Her Circle | अक्टूबर 31, 2022
engageCategory

सिर्फ सोना ही नहीं, इस धनतेरस म्यूचुअल फंड, इक्विटी और बैंक एफडी में भी निवेश होगा लाभदायक, जानिए सारे विकल्प

सोना एक ऐसी संपत्ति है, जिसे किसी भी अन्य संपत्ति की तुलना में बहुत तेजी से नकदी में बदला जा सकता है, चाहे वह बैंक डिपोजिट( जमा), इक्विटी शेयर, म्यूचुअल फंड या कोई अन्य बचत योजना हो। लेकिन, इसके अलावा, निवेश के लिए अगर विकल्पों की बात की जाए, तो बेहद जरूरी है कि अच्छी जानकारी हो। ऐसे में  निवेश और शेयर बाजार की दुनिया में पिछले 8 सालों से अनुभवी शिखा श्रीवास्तव से हमने बातचीत की  है, जिन्होंने महिलाओं को इस धनतेरस में सोना खरीदने के अलावा कुछ नए विकल्प भी सुझाए हैं, जो आपके बेहद काम आ सकते हैं, तो आइए जानें विस्तार से।

टीम Her Circle | नवंबर 10, 2023
engageCategory

मुद्रास्फीति पुरुषों की तुलना में महिलाओं को करती है अधिक प्रभावित, कुछ ठोस प्रयासों से मिल सकती है मदद :रिपोर्ट

वैश्विक मुद्रास्फीति संकट सभी को प्रभावित करता है, लेकिन महिलाएं और लड़कियां इससे असमान रूप से प्रभावित होती हैं। रिपोर्ट पर गौर करें, तो पिछले दो वर्षों में, महिलाओं के लिए उत्पादों की कीमतें पुरुषों की तुलना में और भी तेजी से बढ़ी हैं। उदाहरण के लिए, ब्रिटेन में, महिलाओं के औपचारिक जूतों की कीमत में वर्ष 2021 में 75% की वृद्धि देखी गई है, जबकि पुरुषों के लिए केवल 14% की वृद्धि हुई है। दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में इलेक्ट्रिक रेजर, टी-शर्ट, जींस और यहां तक ​​​​कि हेयरकट लेने के चार्ज के मामले में भी यही असमानता दिखाई देती है।

टीम Her Circle | अक्टूबर 20, 2022
engageCategory

राजस्थान के नागौर जिले में जेल के अंदर ही महिला कैदियों को मुहैया कराई जाएगी शिक्षा

महिला और बाल विकास विभाग की ओर से महिला कैदियों को शिक्षा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। एक कार्यक्रम के दौरान इस बारे में जानकारी दी गई है कि जेल में बंद महिलाओं के लिए कुछ उचित कदम उठाये जायेंगे। गौरतलब है कि जिला कारागृह में मौजूद महिला कैदियों के मानसिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं। निर्णय लिया गया है कि महिला कैदियों को कक्षा 10 वीं और 12 वीं की पढ़ाई के लिए जेल में रहते हुए ही प्रेरित किया जाएगा और उन्हें जरूरी किताब और कॉपियां उपलब्ध करा दी जाएंगी

टीम Her Circle | अक्टूबर 07, 2022
engageCategory

उत्तर पश्चिम रेलवे में शामिल हुईं 40 महिला सहायक लोको पायलट

अमूमन, जब भी किसी भी तरह की ड्राइविंग की बात आती है, तो दिमाग में पहले यही बात आती है कि चलाने वाला हो, वाली नहीं। कई बार लोगों को फ्लाइट में भी मजाक बनाते सुना है, अगर उन्हें पता चलता कि उस दिन की फ्लाइट में दो महिलाएं पायलट हैं। वह आपस में बात करते नजर आते हैं कि सेफ लैंड हो जाये बस, क्योंकि यह सोच है कि महिलाएं इस काम में पुरुषों की तुलना में कम होती हैं। लेकिन लगातार इस क्षेत्र में, महिलाओं ने कदम रखे हैं और इसी क्रम में लोको पायलट के रूप में भी महिलाओं की संख्या पहले की तुलना में बढ़ रही है और उनके इस कदम में साथ दे रहा है, उत्तर पश्चिम रेलवे।

टीम Her Circle | सितंबर 09, 2022
engageCategory

दिल्ली सरकार महिलाओं को बना रही है आत्म-निर्भर, डीटीसी बसों में जल्द ही होंगी 200 महिला ड्राइवर

महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने और पूरी तरह से आत्म-सम्मान के साथ जीने देने के लिए लगातार कई ठोस कदम उठाये जा रहे हैं, ऐसे में दिल्ली सरकार ने जो एक और नयी पहल की है, वह काफी सराहनीय है। जी हां, महिलाओं के लिए एक और सार्थक कदम उठाते हुए दिल्ली सरकार की डीटीसी बसों में जल्द ही 200 महिला ड्राइवरों की भर्ती की योजना बनाई जा रही है। निश्चित तौर पर यह दिल्ली में यह महिला चालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है।  इस बारे में खुद परिवहन मंत्री कैलाश गहलौत ने कहा कि दिल्ली सरकार की बस चलाने वाली महिलाओं के साथ-साथ, शहर में सार्वजनिक परिवहन सुरक्षित और यात्रियों के लिए और बेहतर हो जाएगा।

टीम Her circle | अगस्त 25, 2022
engageCategory

केरल की ग्रामीण महिलाएं चला रही हैं हेवी ट्रेक्टर, बना रही हैं खुद को सशक्त

अमूमन यह बातें कि महिलाएं अच्छी ड्राइवर नहीं होती हैं, ऐसी गलतफहमी लोगों के जेहन में हैं। लेकिन लगातार ऐसी महिलाएं, जिनमें जज्बा जबरदस्त है, वे ऐसे-ऐसे कारनामे कर रही हैं कि लोग उन्हें देख कर प्रेरित हो सकते हैं। कुछ ऐसा ही कमाल करके दिखा रही हैं, केरल के मुलन्थुरूथी गांव में रहने वालीं महिलाओं ने। जी हां, यहां पहली बार होम मेकर होते हुए भी ट्रैक्टर चलाने की कला सीखी है। ये महिलाएं राज्य की उन महिलाओं में से एक हैं, जो ट्रैक्टर ड्राइविंग सीख रही हैं। यह केंद्र के एक महत्वकांक्षी प्रोग्राम महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना का ही हिस्सा है।

टीम हर सर्कल | अगस्त 22, 2022
engageCategory

हार्मोनल असंतुलन या अनियमित पीरियड को फीमेल इम्पोटेंसी नहीं माना जा सकता: मद्रास हाई कोर्ट

मद्रास हाई कोर्ट ने हाल ही में एक स्टेटमेंट दिया है, जिसमें कहा गया है कि हार्मोनल असंतुलन या अनियमित पीरियड (मासिक धर्म) को फीमेल इम्पोटेंसी नहीं माना जा सकता और यह नहीं कहा जा सकता कि वे सेक्स के लिए फिट नहीं है। अदालत ने ट्रायल कोर्ट के उस आदेश की भी आलोचना की, जिसमें न्यायाधीश ने महिला याचिकाकर्ता पर यह साबित करने का भार डाला था कि वह यौन संबंध बनाने और एक बच्चे को गर्भ धारण करने के लिए उपयुक्त है। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग यौन संबंध बनाने के लिए फिट हैं, वे भी बच्चे पैदा नहीं कर सकती हैं।

टीम हर सर्कल | अगस्त 12, 2022