नए सरकारी आंकड़ों के अनुसार विज्ञान, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और गणित यानी एसटीईएम (STEM) कोर्सेस का अध्ययन करने वाली महिलाओं की संख्या में बढ़ोत्तरी दिखाई दी।
शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने हाल ही में राज्यसभा को बताया कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में बी.टेक प्रोग्राम में महिला छात्रों का नामांकन 2016 में आठ प्रतिशत से बढ़कर 2021 में 20 प्रतिशत हो गया है। यही बदलाव नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) में भी देखा गया है।
आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थानों में तकनीकी क्षेत्रों में अधिक महिला छात्रों को लेने के लिए 2017 में लड़कियों के लिए अतिरिक्त सीटें बनाई गयीं । मंत्रालय के सूत्रों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, आईआईटी में लड़कियों की संख्या 2017 में 995 से बढ़कर 2021 में 2,990 हो गई हैं।
राज्य, केंद्रीय और अन्य विश्वविद्यालयों में अब अधिक महिला एसटीईएम छात्र हैं। 2019-20 अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण (एआईएसएचई) रिपोर्ट के अनुसार, एसटीईएम कोर्सेस में नामांकित महिला छात्रों की संख्या 2016-17 में 41.97 लाख से बढ़कर 2020-21 में 43.87 लाख हो गई।
इसके पीछे के कारणों को सूचीबद्ध करते हुए सरकार ने कई सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला, जिन्होंने तकनीकी शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया है। सरकार ने कहा, "उच्च शिक्षा और रिसर्च में छात्राओं को बढ़ावा देने के लिए, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) देश भर में छात्राओं के लिए एक विशेष स्कॉलरशिप योजना प्रदान करता है और वह है पोस्ट ग्रेजुएट इंदिरा गांधी स्कॉलरशिप, जो सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की उन लड़कियों को सालाना 10,000 स्कॉलरशिप देती है, जो तकनीकी शिक्षा चाहती हैं। सरकार ने कहा, "यह स्कॉलरशिप उन छात्राओं के लिए भी हैं जो पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग, फार्मेसी और आर्किटेक्चर कोर्सेस करना चाहती हैं।"
इस साल की शुरुआत में प्रकाशित विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में भी कहा गया था कि भारत में कुल एसटीईएम ग्रेजुएट्स में 43 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह आंकड़ा विकसित देशों की तुलना में काफी बेहतर है। रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका में महिला एसटीईएम ग्रेजुएट का आंकड़ा 34 प्रतिशत है, यह कनाडा में 31 प्रतिशत और ब्रिटेन में 38 प्रतिशत है।