अक्सर ऐसी खबरें सामने आती रहती हैं कि जिन बच्चों के माता-पिता उनके साथ नहीं रहते हैं और किसी दूसरे शहर में रहते हैं, उनकी देखभाल को लेकर एक चिंता बनी रहती है, कई तरह की अपराध की खबरों से अख़बार पटे रहते हैं। खासतौर से वरिष्ठ महिलाओं की देखभाल की जिम्मेदारी अहम होती है, क्योंकि उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में एक रिपोर्ट से यह खबर सामने आई है कि अब मध्य प्रदेश की पुलिस ने अहम जिम्मेदारी संभाली है। इसके लिए, वरिष्ठ नागरिक, खासतौर से महिलाओं को अकेले घर में छोड़ कर जाने की स्थिति में परिजनों को इसकी सूचना पुलिस को देनी होगी।
साथ ही अगर अकेली रह रहीं बुजुर्ग महिलाओं को लगता है कि उन्हें पुलिस की आवश्यकता है, तो वे भी पुलिस को जानकारी दे सकती हैं। इसके बाद, वहां मौजूद महिला थाना पुलिस उनसे संपर्क करेगी। गौरतलब है कि यह सुविधा फिलहाल मध्य प्रदेश पुलिस ने अपने सिटीजन पोर्टल पर शुरू की है। पोर्टल पर लापता लोगों की जानकारी भी अपलोड की जा सकती है। खास बात यह है कि यह पोर्टल हमेशा काम करेगा। इसके इस्तेमाल के लिए आपको अपने माता-पिता के बारे में जानकारी देनी होगी और फिर उस नजदीकी थाने की यह जिम्मेदारी होगी कि वे सीनियर सिटीजन से उनकी सुविधा के अनुसार संपर्क करें। बुजुर्ग दंपती खुद भी पुलिस से सहायता मांग सकते हैं।
अच्छी खबर यह है कि कम समय में ही अबतक 38 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। वहीं अकेली रह रहीं वरिष्ठ महिलाओं की बात की जाए, तो अब तक 32 महिलाएं इसकी जानकारी दे चुकी हैं। पोटर्ल में कई विकल्प भी है।
वाकई में, मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा एक अच्छी और सराहनीय पहल की गई है और उम्मीद है कि इससे ज्यादा से ज्यादा वरिष्ठ और बुजुर्ग नागरिक लाभान्वित होंगे।