लगातार भारत के कई हिस्सों में कॉलेज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं, हाल ही में दिल्ली के मिरांडा हाउस की भी खबर सामने आयी, ऐसे में तमिलनाडु की कोयंबटूर पुलिस ने एक सार्थक कदम उठाया है और तय किया है कि वे महिलाओं का खास ध्यान रखेगी। इसके लिए कोयंबटूर पुलिस ने कॉलेज में ‘पुलिस अक्का’ प्रोजेक्ट को लांच किया है, जिसमें महिला छात्रों की सुरक्षा की बात की गई है। इस प्रोजेक्ट के तहत, महिला पुलिस ऑफिशियल्स कॉलेजों में जाएंगी और महिला छात्रों के बीच एक माहौल समझने और बनाने की कोशिश करेंगी कि वे खुल कर बातचीत करें और महिला छात्रों को किसी भी तरह के होने वाले अपराध से बचाने की कोशिश करेंगी।
गौरतलब है कि लगभग 37 महिला पुलिस हैं, जिन्हें पुलिस अक्का का नाम दिया गया है और ये 37 महिलाएं, शहर के 60 कॉलेज में जाएंगी और वहां की महिला छात्रों से बातचीत करेंगी कि वे किस तरह की परेशानियों का सामना कर रही हैं।
बता दें कि कोयंबटूर के पुलिस कमिश्नर वी बालकृष्णन ने प्रोजेक्ट को लांच करते हुए कहा कि महिला पुलिस ऑफिशियल्स 15 दिन में या हफ्ते में एक बार कॉलेज जरूर जाएंगी या दौरा करेंगी और लड़कियों से मिलेंगी। लड़कियों को भी पूरा मौका दिया जाएगा कि वे खुल कर अपनी बातों को रख सकें। लांच के दौरान पुलिस कमिश्नर ने 60 कॉलेज के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की और उन्होंने कहा कि हम हर कॉलेज में इस प्रोजेक्ट को लांच कर रहे हैं। सभी महिला पुलिस ऑफिसर्स के संपर्क नंबर कॉलेज में मौजूद होंगे, खासतौर से हॉस्टल में भी जायेंगे, कोई भी लड़की उनसे संपर्क कर सकेगी।
कमिश्नर का पूरा यकीन है कि इस पहल से महिला छात्रों को जरूर फायदा होगा, क्योंकि महिला सुरक्षा की जरूरत सबसे ज्यादा है और महिलाएं महिला पुलिस से खुल कर बातचीत करेंगी। उन्होंने यह भी बताया है कि महिला पुलिस को महिला छात्रों की बातचीत सुनने और उनकी बातों को समझने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर लड़कियां सही बात महिला पुलिस तक पहुंचा सकें और पुलिस भी सही कदम उठा सकें।
वाकई, यह एक शानदार पहल है, जिससे महिला सुरक्षा की बात को कुछ हद तक कॉलेज या स्कूल में जरूर सुनिश्चित किया जा सकेगा।