झारखंड के देवघर शहर की महिलाओं ने सोलर पंप से एक अनोखा काम कर दिखाया है। जी हां, यहां की 500 महिला किसान ने सौर ऊर्जा से अपने खेतों की सिंचाई का काम पूरा किया। सौर ऊर्जा का उपयोग करने से वह हर साल लगभग आठ लाख तक का डीजल सुरक्षित कर रही हैं। साल 2020 से 60 गांव की सभी महिला किसान इस कार्य को कर रही हैं। इन महिलाओं का कहना है कि हमने एक छोटी-सी पहल की है, अगर किसी तरह से देश का हर व्यक्ति अपनी तरफ से पर्यावरण के प्रति योगदान करेगा, तो इससे पर्यावरण की सुरक्षा बेहतर तरीके से की जा सकती है। इन महिलाओं के अनुसार खेती करने के दौरान सिंचाई के वक्त डीजल नहीं जलने से कार्बन का उत्सर्जन पर रोक लगेगी। दिलचस्प है कि देवघर के गांवों में इससे पहले 120 एकड़ फसल की खेती होती थी और सोलर पंप का इस्तेमाल करने के बाद 330 एकड़ खेती में सिंचाई का कार्य आसान हुआ है। देवघर की ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि सोलर पंप के बाद सिंचाई आसान हो गई है और उनकी आमदनी भी बढ़ गई है। अब ये सभी महिलाएं बैगन, टमाटर,कद्दू, करेला और बाकी की सब्जियों की खेती करके एक लाख से अधिक की आमदनी कर लेती हैं। इससे पहले सिंचाई के लिए दस हजार से अधिक की रकम डीजल में खर्च हो जाती थी। वाकई, सोलर पंप के सहारे पर्यावरण की दिशा में उठाया गया यह कदम देवघर के लोगों को सुरक्षित पर्यावरण के साथ आर्थिक लाभ भी दे रहा है।