महिला उद्यमी भारत में 150 करोड़ से अधिक नौकरियों को जन्म दे सकती हैं। जी हां, हाल ही में इसे लेकर बैन एंड कंपनी और गूगल ने मिलकर भारत में ‘वुमेन एंथ्रेप्रेन्योरशिप इन इंडिया- पॉवर द इकॉनमी विथ हर’ शीर्षक वाली एक संयुक्त रिपोर्ट तैयार की है। इसके मुताबिक देश में रोजगार की चुनौतियों को हल करने के लिए भारत में महिला उद्यमियों की गिनती और गुणवत्ता दोनों को विकसित करने के प्रयास में तेजी लाने की आवश्यकता है। माना जा रहा है कि महिलाएं बिजनेस के सहारे भारत में नौकरी के लिहाज से एक बड़ा परिवर्तन ला सकती है और वे मिलकर 150 से 170 करोड़ नौकरियां पैदा कर सकती हैं, लेकिन पिछले एक दशक में भारत की आर्थिक प्रगति के कारण श्रम शक्ति में महिलाओं की भागीदारी में गिरावट आयी है। यह भी स्वीकार किया है कि महिलाओं के उद्योग में आगे बढ़कर आने से रोजगार के अवसर में तेजी से बढ़त दिखाई देगी और सामाजिक के साथ आर्थिक विकास भी होगा। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में मौजूद महिला उद्यमी अनुमानित 22 से 27 मिलियन लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करती हैं। यह भी पाया गया है कि शहरों के साथ ग्रामीण भारत में भी सैकड़ों महिलाएं व्यवसाय करने के बारे में अधिक सीखना चाहती हैं। कई ऐसी महिलाएं हैं, जो कि व्यवसाय की दिशा में खुद के कदम आगे बढ़ा चुकी हैं। गौरतलब है कि भारत में महिला उद्यमियों के सामने आने वाली बाधाओं को बेहतर तरीके से समझ कर और देश में महिलाओं के व्यवसाय को गति देने के लिए कंपनियों और सरकार के साथ तालमेल खोजने की जरूरत है।
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