महिलाएं खुल कर सांस ले सकें। वे अच्छे तरीके से काम कर सकें, यह बेहद जरूरी है। इसके लिए उन्हें एक अच्छा और सुरक्षित माहौल देना बेहद जरूरी है। ऐसे में महाराष्ट्र में जो एक पहल की गई है, ताकि महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण मिल सके। इसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं के लिए अधिक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए अपनी 24 घंटे की हेल्पलाइन सेवा को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। जी हां, राज्य महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने हाल ही में इसकी घोषणा की है कि वे उन महिलाओं के लिए, जो किसी तरह के तनाव से गुजर रही हैं या फिर किसी परेशानी में हैं, वे उनकी मदद हेल्पलाइन के माध्यम से करेंगे। एक बार फिर से प्रबंधित हेल्पलाइन नंबर 181 को फिर से शुरू होगी। गौरतलब है कि अपने 'मिशन शक्ति' परियोजना के तहत, केंद्र सरकार द्वारा फंड की जा रही है, यह हेल्पलाइन सेवा विभाग केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार चलाई जाएगी।
उन्होंने इस बारे में भी विस्तार से बताया है कि किसी महिला से कॉल प्राप्त करने के बाद, रिस्पोंडेंट ( जिन्हें कॉल प्राप्त हुआ, तुरंत अपना संदेश ईआरएसएस और वन स्टॉप सेंटर और केंद्रों को अग्रेषित करेगा, जहां महिलाएं उनके खिलाफ हिंसा की किसी भी घटना के मामले में जा सकती हैं। इस हेल्पलाइन के अंतर्गत महिलाओं को पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराएगी। यह सभी आपातकालीन सेवाओं को आपातकालीन प्रतिक्रिया समर्थन प्रणाली (ईआरएसएस) से जोड़ेगा।
बता दें कि 181 हेल्पलाइन, जिसका उपयोग बच्चों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए भी किया जा सकता है, यह हेल्पलाइन परामर्श और कानूनी सहायता भी प्रदान करेगी और महिलाओं को विभिन्न संगठनों और कंपनियों से जोड़ेगी। इस सेवा को फिर से शुरू करने की एक वजह यह भी है कि इससे पहले, हेल्पलाइन सेवा में संकटग्रस्त महिलाओं की कॉल को संबोधित करने और उन्हें तुरंत आवश्यक मदद देने के लिए प्रशिक्षित लोग नहीं थे। लेकिन अब इस कमी की पूर्ति कर ली गई है। साथ ही चूंकि मुकदमों के आंकड़े भी जुटाए जाने थे, तो इसलिए 181 हेल्पलाइन नंबर को स्वतंत्र रूप से फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
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