आर्थिक मामले को संभालने के लिए महिलाएं, हमेशा से मैनेजमेंट गुरु की भूमिका निभाती आयी हैं। फिर चाहे वह घर का महीने का हिसाब-किताब हो या फिर किसी व्यवसाय की नींव डालनी हो। फाइनेंस के क्षेत्र में महिलाएं विकास की तरफ तेजी से बढ़ रही है। फाइनेंस के मामले महिलाएं इन दिनों बैंक से लोन लेने से लेकर फाइनेंस सेक्टर से जुड़े कोर्स के बारे में भी जानकारी लेकर खुद को अपडेट रख रही हैं। आइए इस लेख के जरिए विस्तार से जानते हैं महिलाओं के लिए फाइनेंस से जुड़ी जरूरी जानकारियों के साथ उन आम, लेकिन बेहद खास महिलाओं के बारे में भी, जो कि अपनी काबिलियत के बलबूते कई महिलाओं को आर्थिक तौर पर प्रबल बना रही हैं।
महिलाओं के लिए आर्थिक योजनाएं
महिलाओं के आर्थिक विकास और उनके फाइनेंस को मजबूत करने के लिए कई सारी योजनाएं शुरू की गई हैं। फिर चाहे खुद का व्यवसाय शुरू करना हो या फिर निजी तौर पर खुद को मजबूती देनी हो, महिलाओं के लिए कई सारी ऐसी सरकारी योजनाएं हैं, जो उनके आर्थिक विकास में सहायक बन सकती हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के जरिए इस योजना में बैंक में खाता खोलकर 7.6 फीसदी ब्याज दर का लाभ लिया जा सकता है। धनलक्ष्मी योजना, इस योजना के तहत लड़की को विवाह के बाद 1 लाख रुपए की बीमा राशि देने का प्रावधान है, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना के तहत नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा दी जाएगी और सुकन्या समृद्धि योजना के साथ 10 साल से कम उम्र की बेटी का अकाउंट खुलवाया जाता है, स्कीम के पूरा होने पर उसे सारा पैसा मिलेगा।
फाइनेंस लोन लेते समय सावधानी
अगर आप अपने निजी या फिर किसी व्यवसाय के लिए लोन यानी की बैंक से कर्ज लेने का विचार कर रही हैं, तो महिलाओं को अक्सर कुछ जरूरी बातों का अवश्य ध्यान लेना चाहिए। सबसे जरूरी है कि बैंक लोन लेने के साथ आप उसे तय समय से पहले चुका सकती हैं, इसके लिए बैंक से पहले ही सारे नियम और शर्त संबंधी जानकारी हासिल कर लें। बैंक लोन लेते समय आप लोन पर ब्याज दर कम करने को लेकर भी बात करें। सिर्फ एक बैंक नहीं बल्कि दूसरे बैंक में भी जाकर लोन संबंधी पूछताछ जरूर करें। कभी भी पूरी जानकारी होने के बाद ही लोन के लिए आवेदन करें।
ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक योजनाएं
ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार,मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी कई तरह की फाइनेंस मजबूत योजनाएं शुरू की गई है। खासतौर पर बैंक सखी से लेकर स्वयं सहायता समूह, तेजस्विनी योजना, संगठन समृद्धि अभियान के साथ महिला शक्ति योजना और भी अन्य तरह की फाइनेंस योजनाएं शुरू की गई हैं। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में इन योजनाओं के जरिए महिलाओं को व्यवसाय और आर्थिक विकास से जोड़ा जा रहा है।
महिलाओं के लिए फाइनेंस से जुड़े जरूरी कोर्स
फाइनेंस के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए महिलाओं के लिए कई तरह के करियर पर्याय और जरूरी कोर्स हैं, लेकिन कुछ शीर्ष कोर्स ऐसे हैं, जिनके जरिए महिलाएं फाइनेंस के फील्ड में बाजी मार सकती हैं। पीजी डिप्लोमा इन फाइनेंशियल प्लानिंग एंड मैनेजमेंट, बैचलर ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, होम साइंस डिप्लोमा, पब्लिक रिलेशन एंड एडवरटाइजिंग ऐसे कोर्स हैं, जो कि आपको बैंकिंग और सीए जैसे कॉमन फाइनेंस कोर्स से अलग जाकर करियर की ऊंचाई पर पहुंचाएगा।
फाइनेंस में इन महिलाओं ने लिखी प्रेरणा की कहानी
आर्थिक तौर पर खुद को मजबूत करने के साथ देश की कई सारी महिलाओं ने खुद को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाते हुए कई महिलाओं के भी फाइनेंस को मजबूत किया है। मध्य प्रदेश के सार जिले की रामश्री शर्मा ने अपनी काबिलियत से साबित किया है कि कोई भी काम छोटा-बड़ा नहीं होता है, क्योंकि उनकी कंपनी का टर्नओवर 38 करोड़ रुपए के करीब है। रामश्री शर्मा मध्य प्रदेश की एक दुग्ध उत्पादन कंपनी की डायरेक्टर है। इस कंपनी में 10 हजार से अधिक महिलाएं काम करती हैं। झारखंड के हजारीबाग की 30 महिलाओं ने अपने हौसलों से खुद को सशक्त बनाया है। यहां की महिलाएं मशरूम की खेती करती हैं। खुद को आर्थिक तौर पर बल देने के साथ ये महिलाएं दूसरे गांवों की महिलाओं को भी खेती के जरिए रोजगार दे रही हैं। लखनऊ की के सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज के महुआरा गांव की महिलाओं ने फैक्ट्री शुरू कर दी है। 35 महिलाओं ने इस फैक्ट्री को साथ मिलकर शुरू किया है। इस फैक्ट्री में महिलाएं वॉशिंग पाउडर बनाती है। इन महिलाओं ने इसके लिए प्रशिक्षण भी लिया है। भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा इन महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है। सरकारी सहायता और बैंक की मदद से ये महिलाएं अपने बिजनेस को आगे बढ़ा रही हैं।
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