राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की तरफ से एक बड़ी पहल की गई है। खासतौर से साइबर स्पेस से जुड़ीं जो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार खबरें आती हैं, ऐसे में उनकी यह पहल बेहद खास है। जी हां, हाल ही में साइबर स्पेस में महिलाओं और लड़कियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने और कौशल प्रदान करने की एक अखिल भारतीय परियोजना, डिजिटल शक्ति अभियान के चौथे चरण की शुरुआत की।
महिलाओं और लड़कियों के लिए ऑनलाइन सुरक्षित स्थान बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, डिजिटल शक्ति 4.0 महिलाओं को डिजिटल रूप से कुशल बनाने और ऑनलाइन किसी भी अवैध/अनुचित गतिविधि के खिलाफ खड़े होने के प्रति जागरूक बनाने पर केंद्रित किया गया है। गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि एनसीडब्ल्यू ने इसे साइबरपीस फाउंडेशन और मेटा के सहयोग से इसे लॉन्च किया है ।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने देश भर में हर क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आयोग के निरंतर प्रयासों का उल्लेख किया है।
प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उन्होंने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा, "यह नया चरण महिलाओं के लिए सुरक्षित साइबर स्पेस सुनिश्चित करने में मील का पत्थर साबित होगा। डिजिटल शक्ति महिलाओं और लड़कियों को उनके लाभ के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और खुद को ऑनलाइन सुरक्षित रखने के लिए प्रशिक्षित करके उनकी डिजिटल भागीदारी को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। और उन्हें पूरा विश्वास है कि यह परियोजना महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ साइबर हिंसा से लड़ने और इंटरनेट को उनके लिए एक सुरक्षित स्थान बनाने के बड़े लक्ष्य की दिशा में योगदान देना जारी रखेगी।"
लॉन्च के बाद "सेफ स्पेसेस ऑनलाइन कॉम्बैटिंग साइबर-इनेबल्ड ह्यूमन ट्रैफिकिंग एंड कॉम्बैटिंग अदर फॉर्म्स ऑफ ऑनलाइन वॉयलेंस" पर एक इंटरएक्टिव पैनल चर्चा भी रखी गयी, ताकि इंडस्ट्री, सरकार और एकेडेमिया के विशेषज्ञों से ऑनलाइन मुद्दों के समाधान के लिए गहरी राय दी जा सके और महिलाओं को डिजिटिल स्पेस में जहां भी जरूरत हो, उन सभी माध्यमों में अपना ख्याल रखें।
बता दें कि डिजिटल शक्ति की शुरुआत जून 2018 में देश भर में महिलाओं को डिजिटल मोर्चे पर जागरूकता स्तर बढ़ाने, लचीलापन बनाने और सबसे प्रभावी तरीकों से साइबर अपराध से लड़ने में मदद करने के लिए हुई थी। इस परियोजना के माध्यम से, देश भर में 3 लाख से अधिक महिलाओं को साइबर सुरक्षा के तरीके और कोशिशों , रिपोर्टिंग और निवारण तंत्र, डेटा गोपनीयता और उनके लाभ के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में जागरूक किया गया है।
कार्यक्रम का तीसरा चरण मार्च 2021 में लेह में NCW अध्यक्ष द्वारा लेफ्टिनेंट गवर्नर राधा कृष्ण माथुर और लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल की उपस्थिति में लॉन्च के साथ शुरू किया गया था। तीसरे चरण में, एक महिला द्वारा किसी साइबर अपराध का सामना करने की स्थिति में रिपोर्ट करने के सभी तरीकों पर जानकारी प्रदान करने के लिए परियोजना के तहत एक संसाधन केंद्र भी विकसित किया गया था।
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