छोटे शहर या हम जिन्हें टियर 2 ( दूसरे) शहरों की श्रेणी में आते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी श्रेणी के शहरों में महिलाओं की गिग इकनॉमी (मुक्त बाजार प्रणाली वाली अर्थव्यवस्था) में भागीदारी आसमान छू रही है। इन दिनों, वे अपने करियर को तवज्जो दे रही हैं और पेशेवर नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म अपना की जो रिपोर्ट सामने आई है, उसमें देखा गया है कि डिलीवरी जॉब, ड्राइवर, फैक्ट्री वर्कर और लैब टेक्नीशियन में महिलाओं की संख्या में 34% की वृद्धि हुई है, इससे स्पष्ट है कि महिलाओं की यही कोशिश है कि वे अधिक से अधिक अपने पैरों पर खड़ी हो जाएं और काफी काम करें।
इस प्लेटफॉर्म ने यह भी बताया कि महिलाओं के लिए पार्ट टाइम नौकरियों के आवेदन में 67% की वृद्धि हुई है, जबकि फूल टाइम नौकरियों में 34% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, ज्यादातर महिलाओं ने नाइट शिफ्ट के लिए आवेदन किया। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि नाइट शिफ्ट के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में भी 60% की बढ़ोतरी हुई है।
गौर करें तो वर्ष 2022 में, अपना ने टियर 1( पहली श्रेणी), टियर 2( दूसरी श्रेणी) और अन्य शहरों में महिलाओं के बीच 3.1 बिलियन( एक अरब) से अधिक पेशेवर वार्तालाप देखा, जिसमें प्लेटफॉर्म पर कुल महिला उपयोगकर्ताओं में साल दर साल 36% की वृद्धि हुई।
इसके अलावा, प्लेटफॉर्म के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला कि कई ऐसी डिलीवरी कंपनियां हैं, जिन्होंने अपने करियर में विविधता लाने के लिए महिलाओं के लिए सबसे अधिक संख्या में नौकरियां मुहैया करा दी हैं और महिलाएं खुशी-खुशी इन्हें कर भी रही हैं। वर्ष 2022 में, टियर 2( दूसरी श्रेणी) के शहरों में महिलाओं से सबसे अधिक नौकरी के आवेदनों की सूची में चंडीगढ़ और लखनऊ जैसे शहर साल-दर-साल क्रमशः 71 प्रतिशत और 55 प्रतिशत की वृद्धि के साथ शीर्ष पर हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ज्यादातर महिला नौकरी के आवेदन फोन कॉल, बीपीओ और बैक ऑफिस में नौकरी करने हेतु जैसी श्रेणियों में प्राप्त हुए थे।
*Image used is only for representation of the story