हाल ही में एक नए अध्ययन से यह बात सामने आई है कि महिलाएं अकेले रहने में अधिक सहज महसूस कर रही हैं। जी हां, एक डेटिंग ऐप बंबल के एक हालिया अध्ययन के अनुसार, 5 में से लगभग 2 (39 प्रतिशत) भारतीय डेटिंग करने वालों का मानना है कि उनके परिवार वाले उनसे शादी के मौसम के आस-पास पारंपरिक जोड़े बनाने का आग्रह करते हैं। यह पूछे जाने पर कि वे कब शादी करना चाहते हैं, 39 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे दबाव में महसूस करते हैं। भारतीय शादी के मौसम के दौरान, सर्वेक्षण में शामिल अविवाहित भारतीयों में से लगभग एक तिहाई यानी 33 प्रतिशत का कहना है कि वे एक प्रतिबद्ध, लंबे समय तक बंधने वाले संबंध में प्रवेश करने के लिए मजबूर महसूस करते हैं।
दिलचस्प बात यह सामने आई है कि भारत में 81 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि वे अविवाहित होने और अकेले रहने में अधिक सहज महसूस करती हैं। किसी के साथ डेटिंग करते समय, 63 प्रतिशत उत्तरदाताओं का कहना है कि वे अपनी प्राथमिकताओं, जरूरतों या आवश्यकताओं के आगे झुकना पसंद नहीं करती हैं । दरअसल, एक सर्वेक्षण के अनुसार, 83 प्रतिशत महिलाओं का कहना है कि उन्हें इस बात से कोई परेशानी नहीं है कि वह देर से शादी करें, वे तब तक इंतजार करने को तैयार हैं, जब तक कि उन्हें सही जीवनसाथी नहीं मिल जाता है।
इस बारे में बंबल की भारत की कम्युनिकेशंस डायरेक्टर( संचार निदेशक)समरपिता समद्दर ने एक मीडिया वेबसाइट से बात करते हुए अपनी बात रखी है कि भारत में शादी (शादी) का मौसम अक्सर हमारे डेटिंग जीवन के बारे में सवालों और निर्णय के साथ सिंगल-शेमिंग का अनुभव लाता है। अक्सर, एक महिला की पहचान अविवाहित होने का पर्याय बन जाती है। ऐसे में सिंगल-शेमिंग का मतलब यह भी है कि सिंगल महिलाएं चिंतित हैं। कई बार शादी के आयोजन में सगे संबंधी सिर्फ वही सवाल करते रहते हैं कि शादी कब कर रही हो, फिर जश्न की जगह यह बेचैनी बढ़ा देती है।
उन्होंने आगे यह भी कहा है कि अब लड़कियां इस बात को लेकर सजग हैं कि लड़कियां किन्हें डेट करना चाहती हैं। इससे एक बात स्पष्ट है कि लड़कियां अभी किसके साथ जीवन बिताना चाहती हैं और किसके साथ नहीं।