यह एक अनोखी और अद्भुत बात सामने आ रही है कि उत्तर प्रदेश की महिलाएं लगातार ऊंचे पदों पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही हैं। तभी तो, इन छह जिलों में महिलाएं मेयर की पदभार को संभालती हुई दिखाई देंगी। इसके कारण जल्द ही आगरा और लखनऊ के साथ छह जिलों के नगर निकायों में होने वाले चुनाव में महिलाओं के लिए कुल 288 सीटें आरक्षित की गई है। यह जानकारी हाल ही में नगर निकायों में महापौर सहित अन्य चुनावों को लेकर एक आरक्षण जारी की गई सूची में बताया गया है। इस आरक्षण सूची के अनुसार महिलाओं के लिए कुल 288 सीटों में से , ओबीसी के लिए 205 सीट, एससी के लिए कुल 110 सीट, एसटी के लिए कुल 02 सीटें आरक्षित की गई है। इसके अंतर्गत महिला महापौर के लिए आरक्षित सीटों में नगर निगम, आगरा में अनुसूचित जाति महिला सीट, शाहजहांपुर के नगर निगम चुनाव में पिछड़ा वर्ग महिला सीट, फिरोजाबाद नगर निगम में पिछड़ा वर्ग महिला सीट, लखनऊ नगर निगम चुनाव में सामान्य महिला सीट, कानपुर नगर निगम चुनाव में सामान्य महिला सीट, गाजियाबाद नगर निगम चुनाव में सामान्य महिला के लिए सीट आरक्षित किए गए हैं। बता दें कि शासन की अधिसूचना के हिसाब से 6 अप्रैल को चुनाव के बाद आगरा और लखनऊ के साथ छह जिलों में महिला आरक्षित सीटों पर मेयर के पदभार को लेकर तस्वीर पूरी तरह से साफ होती हुई दिखाई देगी। दिलचस्प है कि अन्य क्षेत्रों के अलावा उत्तर प्रदेश की महिलाएं राजनीतिक पृष्ठभूमि पर भी अपनी ठोस मौजूदगी दर्ज करके अन्य महिलाओं के लिए मार्गदर्शन का काम कर रही हैं। चूंकि महिलाएं अगर इस तरह से सशक्त होगी, तो महिलाओं की समस्या का निदान बेहतर तरीके से होगा।
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