पुरुषों और महिलाओं के बीच समाज में हर तरह के अंतर की तरह-तरह की रिपोर्ट्स आपने पढ़ी होंगी, लेकिन अब सामने आई है दोनों जेंडर्स के बीच फूड सिक्योरिटी और भेदभाव को लेकर ‘अ केयर’ की ताजा रिपोर्ट, जिसमें दावा किया गया है कि साल 2021 में 828 मिलियन लोगों को आवश्यक आहार नहीं मिला है, जिसमें महिलाऐं पुरुषों की तुलना में 150 मिलियन अधिक आहार रहित थीं।
जो नहीं जानते, उन्हें बता दें कि आखिर फूड सिक्योरिटी क्या है। द फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (एफएओ) का कहना है कि फूड सिक्योरिटी तब उभरती है, जब सभी लोगों के पास सक्रिय और स्वस्थ जीवन के लिए अपनी आहार संबंधी जरूरत पूरी करना मुश्किल होता है। फूड सिक्योरिटी के तीन महत्वपूर्ण पहलू हैं - भोजन की उपलब्धता, भोजन तक पहुंच और भोजन का पूरा इस्तेमाल।
109 देशों के डेटाबेस और ग्लोबल ट्रेंड्स के साथ अ केयर ने 3 अगस्त को रिपोर्ट जारी की है। केयर की ग्लोबल एडवोकेसी डायरेक्टर-फूड सिस्टम्स क्रिस्टीन कैम्पौ ने कहा, “2018 और 2021 के बीच, भोजन के अभाव में भूखी महिलाओं बनाम भूखे पुरुषों की संख्या में 8.4 गुना वृद्धि हुई, जिसमें 2021 में भूखे पुरुषों की तुलना में 150 मिलियन अधिक महिलाएं थीं। यहां तक कि जब पुरुष और महिला दोनों तकनीकी रूप से फूड इनसिक्योर हैं, तब भी महिलाएं अक्सर बड़ा बोझ उठाती हैं।
मिस्टर कैम्पो ने कहा, "चूंकि महिलाएं हमेशा दुनिया को खिलाती रही हैं, हमें उन्हें अपने डेटा कलेक्शन में सही तरीके से सही जगह देनी चाहिए, ताकि वे महिला और पुरुष के बीच आए इस भेदभाव पर खुलकर प्रकाश डाल सकते हैं। यह फ़ूड सिक्योरिटी और लैंगिक असमानता के बारे में बात करने का सही टाइम है।"
यमन, सिएरा लियोन और चाड जैसे हाई सेक्स-डिस्क्रिमिनेशन वाले राष्ट्रों ने सबसे कम फूड सिक्योरिटी और पोषण का अनुभव किया। यूएसए का फूड हेल्प सेंटर, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम यूएसए के अनुसार, पुरुषों की तुलना में महिलाओं के गरीबी में रहने की संभावना अधिक है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि महिलाओं के काम का भुगतान कम होता है या बिल्कुल भी भुगतान नहीं किया जाता है। COVID-19 महामारी से पहले भी महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में तीन गुना अधिक बिना पैसों के काम किया है।
सभी एसडीजी इन 5 लक्ष्य पर निर्भर करते हैं: लैंगिक समानता हासिल करना और सभी महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना। 2030 तक लैंगिक समानता के लिए भेदभाव के कई मूल कारणों को समाप्त करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, जो अभी भी निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में महिलाओं के अधिकारों को कम करते हैं।