महिलाओं की सेहत को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आयी है, इसके अनुसार महिलाओं को 40 साल की उम्र से हर दूसरे साल स्तन ( ब्रेस्ट) कैंसर की जांच करानी चाहिए। युनाइटेड स्टेट्स प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स ने इसे लेकर एक निर्देश जारी किया है, क्योंकि साल 2016 की एक रिपोर्ट के आधार पर 50 साल से कम उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक होता है। इसके साथ ही 40 से 49 वर्ष की महिलाओं में स्तन कैंसर की दर औसतन 2015 से 2019 तक प्रति वर्ष 2 प्रतिशत तक बढ़ी है। ऐसे में अगर महिलाएं 40 के बाद हर साल स्तन कैंसर की जांच करवाती हैं, तो हर एक हजार महिलाओं के लिए कम से कम एक स्तन कैंसर से होने वाली मौत को रोका जा सकता है। इससे महिलाओं में 20 प्रतिशत अधिक जीवन बचाया जा सकता है। वहीं इस निर्देश में यह भी कहा गया है कि 40 साल की उम्र में महिलाओं को मैमोग्राफी शुरू कर देना चाहिए। इसका नतीजा यह होगा कि ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम घट जाता है। ज्ञात हो कि रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुसार साल 2019 में 40 से 49 साल की लगभग 60 प्रतिशत महिलाओं ने बीते दो साल के भीतर मैमोग्राफी कराने की सूचना दी है। याद रखें कि हर महिला को ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े लक्षणों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। इससे शुरुआती लक्षण में निप्पल के रंग में बदलाव और हाथों के नीचे गांठ प्रमुख हैं। कभी-भी आपको इससे जुड़ी कोई भी दुविधा हो, तो इसके लिए तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें। गौरतलब है कि महिलाओं की सेहत से जुड़ी यह रिपोर्ट विश्व स्तर पर महिलाओं को सेहत के प्रति अधिक सजग होने की सलाह देती है।