बिहार के कोसी इलाके की महिलाओं ने अपनी मेहनत के बलबूते खुद की कंपनी को 100 करोड़ का आर्थिक लाभ पहुंचाकर नई मिसाल कायम की है, वो भी दुग्ध व्यवसाय और पशुपालन के जरिए। जी हां, कोसी क्षेत्र की महिलाओं ने कोशिकी महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड उद्योग के जरिए खुद को आत्मनिर्भर बना चुकी हैं। दिलचस्प है कि 4 साल पहले इन महिलाओं ने अपने व्यवसाय की शुरुआत महज 38 करोड़ के अनुदान के साथ शुरू किया था, वहीं अपनी मेहनत के बलबूते महिलाओं ने इस व्यवसाय को 100 करोड़ के आर्थिक लाभ तक पहुंचा दिया है। कोशिकी महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के पास छह करोड़ से अधिक राशि की पूंजी भी मौजूद है, जो कि उनके व्यवसाय की सफलता की कहानी को बयान कर रहे हैं। इसकी शुरुआत कोसी इलाके की महिलाओं ने घर की आर्थिक हालात ठीक नहीं होने पर अपने पशुओं के दूध से घर से ही व्यवसाय की योजना बना कर की है, वहीं सुपौल जिले के बसावन पट्टी की अंजनी देवी ने उधारी में दो गाय खरीदी और वे इस अपनी गाय के दूध को अच्छी कीमत पर बेच रही हैं, हालांकि इसकी शुरुआत साल 2018 से हुई, जहां पर बिहार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने 38 करोड़ का अनुदान देकर महिलाओं को दुग्ध व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित किया। नतीजा यह हुआ है कि 800 गांवों की महिलाएं इसी तरह से दुग्ध व्यवसाय के जरिए खुद को आर्थिक तौर पर बल देकर आत्मनिर्भर भारत की तरफ अपने सशक्त कदम बढ़ा रही हैं, इतना ही नहीं इस कंपनी द्वारा गांव की महिलाओं को शेयरधारक भी बनाया जा रहा है, ताकि उन्हें व्यवसाय से अधिक से अधिक आर्थिक लाभ मिल सके।
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