साइबर सुरक्षा में नौकरियों को लेकर एक अध्ययन सामने आया है। एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि मई 2023 तक साइबर सुरक्षा में तकरीबन 40 हजार नौकरी के मौके थे, जो कि भारत में साइबर सुरक्षा के लिहाज से अगर जरूरी कौशल की बात करें, तो प्रोफेशनल लोगों की मांग बढ़ रही है , हालांकि इसकी मांग की आपूर्ति का अंतर 30 प्रतिशत तक का रहा है, जो कि उद्योग में एक बड़ी चुनौती को पेश करती है। एक अध्ययन के अनुसार साइबर सुरक्षा में साल 2027 तक वार्षिक वृद्धि दर 3.5 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इस अध्ययन में यह भी सामने आया है कि वैश्विक स्तर पर दर सप्ताह साइबर हमले 7 प्रतिशत से बढ़कर प्रति सप्ताह 1200 हमलों के पार पहुंच गया है। दूसरी तरफ भारतीय संगठनों ने 2023 की पहली तिमाही में 2 हजार से अधिक साप्ताहिक हमलों का सामना किया है, जिसे पिछले साल की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक पाया गया है। इस अध्ययन से यह जानकारी मिली है कि साइबर सुरक्षा कौशल के क्षेत्र में वर्क फोर्स को तैयार किया जाना चाहिए। साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में डेटा सिक्योरिटी, क्लाउड सुरक्षा और नेटवर्क सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अनुभवी लोगों की मांग अधिक है, हालांकि विश्व स्तर पर गौर किया जाए, तो भारत उन देशों की सूची में 11वें स्थान पर है, जहां पर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र साइबर हमलों के प्रति संवेदनशील है। याद दिला दें कि साल 2022 में 1.9 मिलियन साइबर हमले हुए हैं। वाकई, साइबर सुरक्षा से जुड़ा यह अध्ययन चिंता का विषय है। इसे लेकर जल्द कड़े नियम और योजनाएं बनानी चाहिए।