दिल्ली की सड़कों पर अब ज्यादा से ज्यादा महिलाएं कैब चलाती हुईं दिखेंगी। स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर यह खबर आई है कि दिल्ली में महिलाओं को रोजगार देने और भारत में महिला कैब ड्राइवर की संख्या में वृद्धि लाने के लिए महिलाओं को खास ट्रेनिंग दी जाएगी। दिल्ली के गवर्नर वीके सक्सेना ने 15 अगस्त के दिन, 50 महिला कैब ड्राइवर्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम लॉन्च किया। इस प्रोग्राम का मकसद था कि देश की राजधानी के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेक्टर्स को ज्यादा से ज्यादा महिलाओं का साथ मिले। यही नहीं सरकार ने तकरीबन 40 इलेक्ट्रिक कैब भी लॉन्च की, जो सिर्फ महिलाएं ही चलाएंगी। लॉन्च किये गए इस प्रोग्राम में ईस्ट दिल्ली बीजेपी एमपी गौतम गंभीर और चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार के साथ कई सीनियर ऑफिशियल्स शामिल थे।
महिला कैब ड्राइवर्स की सेफ्टी पर भी यहां बात की गयी और बताया कि कैसे एक महिला द्वारा कैब चलाने पर अन्य महिलाएं यात्री सुरक्षित महसूस कर सकती हैं। वीके सक्सेना ने यहां प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के 5 प्रणों का भी उल्लेख किया, - एक विकसित भारत बनाना, चापलूसी के किसी भी निशान को हटाना, हमारी समृद्ध विरासत पर गर्व, राष्ट्र के उत्थान में एकता और नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करना। वीके सक्सेना ने कहा कि महिला ड्राइवरों का यह ड्राइविंग प्रोग्राम प्रधानमंत्री के महिला सशक्तिकरण के अनुसार, बिल्कुल ठीक है, जिसका उल्लेख उन्होंने अपने स्वतंत्रता दिवस के स्पीच में भी किया था। वीके सक्सेना ने कहा कि महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और उनकी आत्म-निर्भरता के बिना स्वतंत्रता का अर्थ अधूरा रहेगा।
इस बारे में वीके सक्सेना ने कहा “महिला ड्राइवरों के लिए यह ड्राइविंग स्किल ट्रेनिंग कार्यक्रम महिलाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा। मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में 50 प्रतिशत महिला ड्राइवर होंगी ”।
महिला ड्राइवरों को शामिल करने के लिए इलेक्ट्रिक कार फ्लीट एग्रीगेटर ब्लू स्मार्ट की सराहना करते हुए, वीके सक्सेना ने कहा कि जहां ये कारें पर्यावरण संरक्षण में योगदान देंगी, वहीं महिला कैब चालक महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी। इस योजना के तहत महिलाएं सीधे ट्रांसपोर्ट विभाग में अपना नाम रजिस्टर करा सकती हैं या उन्हें निजी कैब एग्रीगेटर्स द्वारा प्रोग्राम में शामिल किया जा सकता है।
बयान में यह भी कहा गया है कि सभी महिला ड्राइवरों को आईडीटीआर द्वारा मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी और ट्रेनिंग की लागत ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट और एग्रीगेटर्स द्वारा 50-50 प्रतिशत भरी जाएगी। इस पहल के तहत अगले एक साल में 1,000 महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और रोजगार भी दिया जाएगा।