महिलाओं के लिए व्यायाम कितना अहम है, इसका खुलासा हाल ही में एक अध्ययन में हुआ है। इस अध्ययन के अनुसार जो महिलाएं साइकिल चलाने, पैदल चलने, साफ-सफाई के काम और भिन्न प्रकार के खेलों का हिस्सा बनने के साथ नियमित व्यायाम करती हैं, तो ऐसी महिलाओं में पार्किंसन (Parkinson ) बीमारी का खतरा 25 प्रतिशत तक कम हो जाता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के मेडिकल जर्नल न्यूरोलॉजी में इस अध्ययन को प्रकाशित किया गया है। इस अध्ययन में बताया गया है कि कैसे हर दिन के व्यायाम के जरिए महिलाएं खुद को पार्किसन के रोग के जोखिम से खुद को कुछ हद तक दूर रख सकती हैं। ज्ञात हो कि इस अध्ययन में 95, 354 महिला प्रतिभागियों को शामिल किया गया। इन महिलाओं की उम्र 49 साल के करीब की रही है। इन महिलाओं को अध्ययन के शुरुआत में पार्किंसन बीमारी नहीं थी, लेकिन तीन दशकों के बाद पाया गया कि 1,074 महिलाओं में पार्किंसन रोग विकसित हुआ है। इस पूरे अध्ययन के दौरान महिलाओं से सबसे अधिक व्यायाम और रोजमर्रा की जीवनशैली से जुड़े सवाल किए गए। अध्ययन से जुड़े शोधकर्ताओं ने पाया कि सबसे अधिक व्यायाम करने वाली महिलाओं में पार्किंसन रोग विकसित होने की दर सबसे कम है, हालांकि अध्ययन में यह भी पाया गया है कि इस अध्ययन का हिस्सा बनने वाली ज्यादातर महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक थीं, इसलिए सामान्य जनसंख्या के लिए भिन्न परिणाम भी सामने आ सकते हैं। वाकई, इस तरह के अध्ययन के परिणाम महिलाओं के सेहत से जुड़े क्षेत्र में अहम जानकारी साबित होते हैं, जो कि महिलाओं को सेहत के प्रति गंभीर और अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उल्लेखनीय है कि पार्किसन रोग एक दुर्बल बीमारी है, जिसका इलाज नहीं है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति एक तरह के मूवमेंट डिसऑर्डर का शिकार हो जाते हैं। मरीज के अंदर इस बीमारी के कारण हाथ और पैर से दिमाग में पहुंचने वाली नसें काम करना बंद कर देती हैं। इसके लक्षण को पहचानना कई बार मुश्किल हो जाता है।
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