हिमाचल प्रदेश सरकार ने महिलाओं को एक बड़ी खुशखबरी दे दी है। जी हां, महिलाओं की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए, हिमाचल सरकार ने ऐसी महिलाएं, जो नियमित कर्मचारी हैं, उन्हें ऐसी स्थिति में अगर वह किसी बच्चे को गोद लेती है, तो उन्हें 6 महीने की छुट्टी देने का निर्णय लिया गया है। यह घोषणा कर दी गई है।
इस बारे में अधिकारीयों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने बच्चे गोद लेने वाली नियमित महिला कर्मचारियों को छह महीने के अवकाश की मंजूरी दे दी है। प्रदेश के जनसंपर्क विभाग ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस नीति को मंजूरी दी गई है। अच्छी बात यह भी है कि कैबिनेट ने बैठक में मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना सहित कई अन्य परियोजनाओं को भी मंजूरी दी। मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के तहत शोधकर्ताओं को 3 साल की अवधि के लिए 3000 रुपये की मासिक फेलोशिप प्रदान की जाएगी।
खास बात यह है कि युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शोध के लिए प्रेरित करने की खातिर की गई है। बिलासपुर जिले के सदर थाना अंतर्गत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान( एम्स) के परिसर में एक नयी पुलिस चौकी को भी मंजूरी दी गई है।
बता दें कि बच्चा गोद लेने के बाद, महिलाओं के लिए काम पर जाना एक कठिन प्रक्रिया हो जाती है, क्योंकि उन्हें एक नयी जिम्मेदारी तय करनी होती है और इसके लिए उन्हें मानसिक रूप से खुद में संतुलन बनाने की जरूरत होती है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की सरकार की यह घोषणा, उन तमाम महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाएंगी, जो इस प्रक्रिया से गुजर रही हैं या भविष्य में ऐसी योजना बना रही हैं। उनके लिए काम से अवकाश लेने की समस्या का समाधान हो जायेगा।
इस तरह के कदम को उठाने में हिमाचल प्रदेश पहला राज्य नहीं है। इससे पहले कर्नाटक ने भी बच्चा गोद लेने वाली महिलाओं का खास ख्याल रखते हुए छह महीने की छूती देने की नीति की शुरुआत की थी। इस फैसले के बाद, महिलाओं की तरफ से सरकार को भी मिली थी।