महिलाएं इन दिनों ग्रामीण और छोटे इलाकों से भी यही कोशिश कर रही हैं कि अपने तरीके से किस तरह से वह खुद को आत्मनिर्भर बनाएं, कुछ ऐसा ही कमाल कर रही हैं बिहार के बांके बाजार की महिलाएं। जी हां, अपने प्रखंड की महिलाओं में बेरोजगारी हटाने के लिए, वे बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती कर रही हैं। खास बात यह है कि इसमें लगभग 100 महिलाओं से भी अधिक महिला शामिल हो रही हैं और इन महिलाओं को मशूरम की खेती करने के लिए मशरूम के ही पैकेट दिए जा रहे हैं।
इस बारे में संस्था के जिला प्रबंधक का कहना है कि इस प्रयास के तहत महिला किसान के रूप के रूप में 800 महिलाओं को जोड़ा गया है। हर एक महिला एक-एक हजार रुपये जमा करके 8 लाख की पूंजी जमा की है और उसी पूंजी से अपना रोजगार करना शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि इस रोजगार से जितना भी मुनाफा मिलेगा, उस मुनाफे को बराबर हिस्से में बांट दिया जाएगा।
शानदार बात यह भी है कि मशरूम की खेती करने के लिए महिलाओं को खासतौर से प्रशिक्षण दिलाया गया है। अच्छी बात यह भी है कि अपनी इसी पूंजी से महिलाएं अपना ब्रांड बना कर सरसो, गेहूं, आलू का बीज वितरण कर रही हैं।
वाकई, यह एक बेहतरीन पहल है, जिसके तहत महिलाएं खुद को बेरोजगारी के रास्ते से दूर ले जा रही हैं और खुद के लिए छोटा ही सही लेकिन एक माध्यम ढूंढ कर ला रही हैं, जिसमें उन्हें कहीं भी बाहर जाने की जरूरत नहीं है और गांव में रहते हुए ही, महिलाएं एक दूसरे के सहयोग से आगे बढ़ रही हैं।
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