हाल ही स्वास्थ्य बीमा को लेकर एक सर्वेक्षण किया गया है, जिसमें यह बात सामने आई है कि कैसे महिलाओं में बीमा योजना को लेकर जागरूकता आई है। इस सर्वेक्षण से यह भी जानकारी मिली है कि भारत में केवल कुछ ही प्रतिशत महिलाएं सामान्य बीमा को अपनी प्राथमिकता देती हैं। जी हां, बीमा योजना को लेकर महिलाओं का कहना है कि उन्हें भी एक खास बीमा योजना की आवश्यकता है। ज्ञात हो कि एक इंश्योरेंस कंपनी ने अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट में महिला बीमा योजना को लेकर विशिष्ट जानकारी प्रकाशित की है, जो कि भारत की 21 साल से लेकर 55 वर्ष की महिलाओं पर की गई बातचीत पर आधारित है। इस सर्वेक्षण अनुसार 93 प्रतिशत महिलाओं का मानना है कि उन्हें भी एक खास बीमा योजनाओं की जरूरत है, साथ ही स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत आने वाली 65 प्रतिशत महिलाओं के पास बीमा से संबंधित खास योजनाएं मौजूद हैं।
इसके साथ यह रिपोर्ट यह भी बताती है कि भारत में सामान्य बीमा योजना को लेकर महिलाओं को अधिक जागरूक होने के साथ शिक्षित होने की भी आवश्यकता है। यह भी बताया गया है कि कैसे लिंग संवेदनशील बीमा पॉलिसियों की भी जरूरत अधिक है, ताकि महिलाओं की अन्य जरूरतों को पूरा किया जा सके। दूसरी तरफ 41 से 55 साल की 54 प्रतिशत महिलाओं का मानना है कि बीमा खरीदने के लिए एक मुख्य कारण आयु भी है। वहीं 61 प्रतिशत महिलाएं स्वीकार करती हैं कि 25 से 34 साल के बीच की उम्र बीमा में निवेश करने के लिए सही है। दिलचस्प यह है कि इस सर्वेक्षण में यह भी सामने आया है कि कई सारी महिलाएं बीमा से जुड़ी हुईं प्रमुख बातें जैसे गंभीर बीमारी में लाभ, कैशलेस सुविधा, उपचार से जुड़ी सारी जानकारी को लेकर जागरूक हैं। हालांकि 40 प्रतिशत महिलाएं ऐसी भी हैं, जो कि इलाज में देरी करने के बाद चिकित्सक के पास जाती हैं। ऐसे में यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि महिलाएं अपनी सेहत से जुड़ी आर्थिक सहायता को लेकर बीमा योजनाओं पर यकीन बड़ा रही हैं, जो कि उन्हें कठिन परिस्थितियों में अधिक बल देने का काम करेंगी।
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