एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के अनुसार, एमसीडी में दाखिले के लिए 250 में से कम से कम 51 प्रतिशत काऊंसलर की शिक्षा कक्षा 5 और कक्षा 12 के बीच है, उनके अंक कम से कम 66 प्रतिशत हैं और उनकी उम्र 41-70 के बीच होनी चाहिए। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और दिल्ली इलेक्शन वॉच ने दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनावों में 248 विजयी उम्मीदवारों के ऐफिडेविट आए हैं।
राज्य चुनाव आयोग, दिल्ली के पास स्पष्ट और पूर्ण हलफनामे की अनुपलब्धता के कारण दो विजयी उम्मीदवारों की योग्यता का विश्लेषण नहीं किया जा सका। जिन 248 विजयी उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया, उनमें से 132 (53 प्रतिशत) महिलाएं हैं, और इनमें से एक, ‘आप’ की सुल्तानपुरी-ए वार्ड पार्षद बोबी - ट्रांसजेंडर समुदाय से हैं। 2017 में, जिन 266 पार्षदों के लिए डेटा उपलब्ध था, उनमें से 139 (52 प्रतिशत) महिलाएं थीं।
2017 में तत्कालीन तीन नगर निगमों के 270 वार्डों में मतदान हुआ था। इस साल की शुरुआत में एमसीडी में वार्डों की संख्या घटकर 250 रह गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, “126 यानी 51 प्रतिशत जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं पास और 12वीं पास के बीच घोषित की है जबकि 116 (47 प्रतिशत) ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित की है। जीतने वाले उम्मीदवारों ने स्नातक और उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता होने की घोषणा की है। जीतने वाले चार उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं और दो जीतने वाले उम्मीदवार निरक्षर हैं।"
आगे कहा गया कि 84 (34 फीसदी) जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपनी उम्र 21 से 40 साल के बीच बताई है जबकि 164 (66 फीसदी) जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपनी उम्र 41 से 70 साल के बीच बताई है।