झारखंड शहर के धनबाद में पेड़ों को काटने के विरोध में वहां की सारी महिलाएं एकजुट हो गई हैं। धनबाद में कोयला खदान विस्तार के लिए डेढ़ हजार से अधिक पेड़ काटने पहुंची कंपनी के खिलाफ वहां की महिलाओं ने एकता दिखाते हुए भारी प्रदर्शन किया। इस इलाके की महिलाओं ने पेड़ को काटने से बचाने के लिए वहां के पेड़ों पर जाकर चिपक गयीं। नतीजा यह हुआ कि वहां पर किसी भी पेड़ को काटा नहीं गया। बता दें कि बीसीसीएल यानी कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड ने पुटकी-बलिहारी एरिया में डीएवी अलकुसा स्कूल के सामने की 25 हेक्टेयर की जमीन को कोयले के उत्पादन के लिए दे दिया है। इसी के लिए 1705 पेड़ों की कटाई की जानी है। इस पूरे मामले को लेकर बीसीसीएल के एक कर्मचारी का कहना है कि कोयले के खदान के विस्तार के लिए पेड़ों को काटने की मंजूरी ली गई है। उनका यह भी कहना है कि जितने पेड़ों को काटा जाएगा उनकी तुलना में 10 गुणा अधिक नए पेड़ लगाए जायेंगे और पेड़ों को लगाने के लिए वन विभाग को आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। हालांकि पेड़ को काटने को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि इससे पूरे इलाके के पर्यावरण पर बुरा असर पड़ेगा।
वैसे, इस दौर में भी जब सोशल मीडिया पर ही क्रांति की बात की जा रही है, महिलाओं की ये पहल काबिल ए तारीफ है।