भारत में भीषण गर्मी देश के आर्थिक विकास को प्रभावित कर रही है। जी हां, हाल ही इसे लेकर एक चौंकाने वाला अध्ययन सामने आया है। कैंब्रिज विश्वविद्यालय की एक टीम ने देश के विकास को लेकर विस्तार से अध्ययन किया है। इससे ज्ञात हुआ है कि भारत में भीषण गर्मी एक तरफ जहां लोगों की सेहत को प्रभावित कर रही हैं, तो वहीं देश के आर्थिक विकास के लक्ष्यों को भी प्रभावित कर रही हैं, जो कि देश के विकास के लिए निराशाजनक हालात पैदा कर रहे हैं। इसके साथ ही बढ़ती गर्मी की घटनाएं लगातार गरीबी और असमानता को कम करने के देश के प्रयासों को भी कमजोर कर रही है। इस अध्ययन में यह भी बात निकल कर सामने आयी है कि भारत वर्तमान में कई तरह के जलवायु खतरों का सामना कर रहा है, जिसके फलस्वरूप पिछले साल जनवरी से अक्टूबर तक हर दिन मौसम से जुड़ी कई घटनाएं हो रही हैं, जो कि भारत की कुल आबादी के 80 प्रतिशत को खतरे में पहुंचा रही है। इन सारे हालातों को देखते हुए आम लोगों को प्रचंड गर्मी से सुरक्षित करने के लिए सरकार ने निर्देश भी जारी किए हैं और स्कूलों को बंद करने जैसे जरूरी कदम भी उठाये जा रहे हैं। दूसरी तरफ भीषण गर्मी देश की आर्थिक मजबूती को भी प्रभावित कर रही है, इसकी वजह यह है कि स्कूल बंद होने, बीमारी, फसलों के नुकसान कहीं न कहीं देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार हैं। उल्लेखनीय है कि कैंब्रिज विश्वविद्यालय का भीषण गर्मी पर किया गया यह अध्ययन काफी चौंकाने वाला है, अगर जल्द ही इस पर विचार नहीं किया गया, तो आने वाले महीने में गर्मी का तापमान भारत की अर्थव्यवस्था को अधिक प्रभावित कर सकता है।