आप सोच कर देखें कि ऐसी जगहों पर जहां आज भी सारी भौतिक सुख सुविधाएं नहीं हैं, ऐसे में भी एक उम्मीद की किरण लेकर महिलाएं आ रही हैं। जी हां, छत्तीसगढ़ के जशपुरनगर में महिलाएं रेशम के धागे से जीविका के माध्यम पिरो रही हैं। दरअसल, ग्रामोद्योग संचालनालय रेशम विभाग द्वारा पहाड़ी और जंगलों में रहनेवाली महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए अनेक विभागीय योजनाओं के माध्यम से उन्हें आजीविका के साधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं। यहां धागाकरण का काम किया जा रहा है, ताकि आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सके। साथ ही महिलाओं को रोजगार दिला कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है। रेशम धागाकरण के इस काम से जुड़ कर, वह अपने साथ-साथ अपने परिवार के भी सपने को पूरा करने में सक्षम हैं, साथ ही यहां से जुड़ीं महिलाएं इस रोजगार के माध्यम से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे पा रही हैं। साथ ही उनकी हर जरूरत का ख्याल रख रही हैं। यहां ऐसी कई महिलाएं काम करती हैं, जिन्होंने अनपढ़ होते हुए भी अपने लिए रोजगार का माध्यम ढूंढ लिया है। बता दें कि यहां से जुड़ीं महिलाओं ने पहले इसकी अच्छी ट्रेनिंग ली और इसे पूरा करने के बाद ही उन्होंने यह काम शुरू किया। वाकई, ऐसी शुरुआत ग्रामीण महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होने के लिए काफी जरूरी है। इसलिए इसका स्वागत किया जाना चाहिए।