सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में और अधिक महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं, जी हां, महिलाओं के भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करते हुए, महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) ने तीन साल के लंबे समय के बाद दशहरे के अवसर पर 22 महिला ड्राइवरों को पहली बार भर्ती पूर्व प्रशिक्षण पत्र भेजा है। दुर्गा पूजा जैसे त्यौहार में नारी सशक्तिकरण के लिए उठाये गए कदम में इससे बड़ी उपलब्धि और क्या होगी। दरअसल, वर्ष 2019 में, 203 महिलाएं लिखित परीक्षा के लिए उपस्थित हुईं, इनमें से लगभग 142 महिलाओं को साल भर चलने वाले भारी वाहनों के चालक प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था।
गौरतलब है कई 2017 में पहला प्रयास विफल होने के बाद यह एमएसआरटीसी का दूसरा प्रयास है। मालूम हो कि चूंकि नियमों में बिना अनुभव के महिला ड्राइवरों की भर्ती की अनुमति नहीं थी, 2017 में एमएसआरटीसी द्वारा केवल कंडक्टरों को काम पर रखा गया था। पहले एक नियम था कि ड्राइवरों को तीन की आवश्यकता होती थी। साथ ही उनके पास भारी वाहन चलाने का वर्षों का अनुभव भी होना चाहिए था। जैसा कि 2019 में इस शर्त को खत्म कर दिया गया था, इसके स्थान पर एमएसआरटीसी ने नई भर्तियों को एक साल का प्रशिक्षण देने का फैसला किया किया है। यह महत्वपूर्ण बात एमएसआरटीसी के अधिकारी ने कही है। बता दें कि इससे जुड़ी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद 22 महिलाओं को राज्य के विभिन्न हिस्सों में ड्राइवर के रूप में पोस्टिंग दी गई थी।
एमएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक शेखर चन्ने ने इस बारे में विस्तार से बताते हुए कहा है कि
के पास पहले से ही 36,000 पुरुष ड्राइवर हैं और 10,000 महिला ड्राइवरों की भर्ती करने की योजना है। एमएसआरटीसी के साथ अभी तक 4,500 महिला कंडक्टर हैं। इस बीच, 2019 में इसी भर्ती प्रक्रिया के तहत 1431 पुरुषों की भर्ती की गई थी और “हम जल्द से जल्द दूसरों को भर्ती पत्र प्रदान करना सुनिश्चित करेंगे।
एमएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक शेखर चन्ने ने यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य लिंग मतभेद को खत्म करना चाहते हैं और अपनी योजना के तहत राज्य भर में 10,000 महिला ड्राइवरों की भर्ती करना चाहते हैं और हम इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हर कोशिश करेंगे।
इसके अलावा, बताते चलें कि इसी प्रक्रिया में महिलाओं के साथ-साथ, 27 पुरुष आवेदकों को भी उनके भर्ती पूर्व प्रशिक्षण पत्र प्राप्त हुए। इन आवेदकों के लिए एक बड़ी राहत यह है कि वह इस ऑफर लेटर के लिए महामारी की मार के बाद से लगातार इंतजार कर रहे थे।