हिमाचल प्रदेश में लगातार महिलाओं के उत्थान के लिए नए-नए बदलाव हो रहे हैं और ऐसे ही एक बदलाव में से एक है कि राज्य द्वारा संचालित हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने पहली महिला बस ड्राइवर के रूप में सीमा ठाकुर को नियुक्त किया है। सीमा 2773 बस ड्राइवरों के बीच इकलौती महिला ड्राइवर होंगी। गौरतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश की जो भी सड़कें हैं, वो काफी घुमावदार और खतरनाक होती हैं, उन पर गाड़ी चलाना इतना आसान नहीं है, लेकिन सीमा ने इस चुनौती को स्वीकारा है और यह एक बेहतरीन बात है। यह सही बात है कि महिलाओं की समाज में कई भूमिकाएं हैं, ऐसे में एचआरटीसी की लग्जरी बस चलाना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, फिलहाल सीमा शिमला से होते हुए रोहरू से दिल्ली, 12 घंटे से अधिक की यात्रा के समय के साथ 500 किमी की दूरी तय कर रही हैं। ऐसे क्षेत्र में जहां केवल पुरुषों का बोलबाला था, सीमा ठाकुर हर किसी के लिए एक मिसाल के रूप में बनेंगी। सीमा ने वर्ष 2016 में हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) से खुद को जोड़ा था।
सीमा ठाकुर के बारे में एक और बात उल्लेखनीय है कि उन्हें कोविड के दौरान कोविड वैरियर के रूप में सम्मानित किया गया था। सीमा ने अपने पिताजी की मृत्यु होने के बाद यह जिम्मेदारी उठानी शुरू किया था। यह कदम हिमाचल प्रदेश की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काफी अच्छा कदम है। आगे भी ऐसे कदम उठाये जायें, तो भविष्य में और महिलाएं इस क्षेत्र में निडर होकर आएंगी, क्योंकि सीमा के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों ने सीमा के काम की और सुरक्षा के बारे में तारीफों के पुल बांधे हैं।
*Image used is only for representation of the story