छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में महिलाओं के उत्थान के लिए लगातार कदम उठाये जा रहे हैं, जी हां ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देना महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है, ऐसे में यहां महिलाओं को काफी अच्छे अवसर मिल रहे हैं, यहां इन्हें कई तरीके की आर्थिक गतिविधियों से जोड़ा गया है। दिलचस्प बात है कि कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम के निर्देशन में विकासखंड सूरजपुर अंतर्गत गोठान बसदेई में ककून से धागाकरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह एक उल्लेखनीय बात है कि महिलाएं यहां सफल उद्यमी बनने की राह पर आगे आ रही हैं और रेशम धागाकरण समिति की महिलाओं ने कोकून से रेशम धागा तैयार करने का काम शुरू किया है। खास बात यह है कि यह घर की जिम्मेदारी भी पूरी तरह से निबटा रही हैं और फिर बाहर जाकर भी काम कर रही हैं। चाका बोडा कोरबा की प्रशिक्षक फूलबाई प्रधान पिछले 15 दिन से बसदेई की भारती स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दे रही हैं। वाकई, यह काम लगातार अगर होते रहे, तो महिलाओं के लिए एक सुनहरा विकल्प जरूर तैयार होगा।
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