नैसकॉम फाउंडेशन लगातार महिलाओं के विकास के लिए काम कर रहा है, ऐसे में उन्होंने एक नयी साझेदारी की है, जो कि महिला हक में हैं, जी हां, उन्होंने एक आधिकारिक बयान दिया है, जिसके अनुसार परियोजना के पहले समूह के हिस्से के रूप में, मध्य प्रदेश में बाग समुदाय की 150 महिला कारीगरों को प्रशिक्षित करने के लिए फर्स्टसोर्स के साथ भागीदारी की है। इस साझेदारी और सहयोग का उद्देश्य ग्रामीण महिला कारीगरों के लिए आर्थिक और सामाजिक अवसरों को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना है। इसके अलावा, यह आदिवासी महिलाओं को डिजिटल, वित्तीय और उद्यमिता कौशल पर प्रशिक्षण देकर उन पर ध्यान केंद्रित करेगा।
महिला कारीगरों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने की परियोजना का दूसरा समूह अगले साल शुरू होगा। खास बात यह है कि नैसकॉम फाउंडेशन की सीईओ निधि भसीन ने मीडिया से इस बारे में कहा है कि हमारा दृढ़ विश्वास है कि जब आप एक महिला को सशक्त बनाते हैं, तो आप पूरे समुदाय को सशक्त बनाते हैं। ऐसे में एसडीजी प्राप्त करने के लिए मुख्य कामों में से एक यह भी काम है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि महिलाओं की प्रौद्योगिकी तक पहुंच हो।
यहां की महिलाओं का कहना है कि उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान, हमने सीखा कि कैसे इंस्टाग्राम पर दिलचस्प रील बनाना, फेसबुक पर लाइव होना, यूट्यूब शॉर्ट्स बनाना, हमारे उत्पादों की पूरी जानकारी के साथ सूचनात्मक वीडियो पोस्ट करना, उपयुक्त हैशटैग का उपयोग करना और बाजार में सोशल मीडिया चैनलों का सर्वोत्तम उपयोग करना सीखा है। साथ ही उनका उत्पाद और उनका व्यवसाय का भी इससे विस्तार हो रहा है। वाकई, यह ग्रामीण महिलाओं के लिए विकास के लिए एक अच्छी पहल है।