आने वाले दिनों में नियमित रूप से महिलाओं के सार्वजनिक परिवहनों के इस्तेमाल को आसान बनाने की कोशिश की जा रही है और इसके लिए एक नयी पहल की गई है कि महिला कंडक्टर की नियुक्ति की जा रही है। साथ ही साथ सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में महिलाओं और यात्रियों की सुरक्षा के लिए व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और इमरजेंसी लगाना भी अनिवार्य कर दिया गया है। इससे वाहनों की कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर के जरिए लाइव मॉनिटरिंग की जा सकेगी। साथ ही बसों में महिलाओं और दिव्यांग को बैठने के लिए सीटें भी आरक्षित होंगी। खास बात यह है कि महिलाओं को सुविधाजनक माहौल देकर उनकी सुरक्षा की कोशिश की जा रही है और महिलाओं को रोजगार के नए माध्यम दिए जा रहे हैं, साथ ही विभाग की कार्य प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर सभी तरह की लाइसेंस प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। इससे कार्य प्रणाली में पारदर्शिता आने के साथ ही प्रक्रिया सुविधाजनक हो गई है। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को भी रोजगार मिलेंगे। इस लिहाज से यह अच्छी पहल साबित हो सकती है।
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