एक महिला दूसरी महिला के लिए किस तरह सहारा बन सकती हैं या यूं कहें हौसला बन सकती हैं, इसकी बड़ी मिसाल हैं उत्तर प्रदेश से संबंध रखने वालीं रामा देवू। जी हां, महिलाओं को आत्मनिर्भरता बनाने का सामाजिक कार्य उत्तर प्रदेश की रामा देवी कर रही हैं, जो कि खुद आत्मनिर्भर होकर अपने करीब की कई सारी महिलाओं को भी पैरों पर खड़े होने की राह दिखाती आ रही हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कई तरह के समूह चलाए जा रहे हैं। इसी के आधार पर मंगूपुरा गांव में जय श्रीराम सहायता समूह का निर्माण किया गया है। इस समूह की अध्यक्ष रामा देवी 200 महिलाओं के समूह की देख-रेख रही हैं, जहां पर महिलाएं झूले और पालने बनाने का काम करती हैं। रामा देवी की महिलाओं का यह सूमह लगभग तीन साल से कार्यरत है। हर दिन महिलाएं झूले और पालने बनाने का काम कार्यलय में जाकरकरती हैं, जहां पर एक झूले के निर्माण में आधे घंटे के करीब का समय लगता है। इसके बाद, महिलाओं द्वारा यहां बनाये गए सभी झूलों और पालने( बच्चों के लिए ) को दिल्ली और मुरादाबाद के साथ कई शहरों में बेचने के लिए भेज दिए जाते हैं। इसके बाद इन झूलों और पालनों की खरीदारी का पैसा सरकार सीधे तौर पर रामा देवी के समूह को देती है। रामा देवी का यह ग्रामीण समूह न केवल बुनाई का काम करता है, बल्कि यहां पर कई सारी महिलाओं को पालने और झूले बनाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है, ताकि ग्रामीण महिलाओं में रोजगार के अवसर को बढ़ावा दिया जाए। फलस्वरूप कई सारी महिलाएं अपने पैरों पर खड़े होकर परिवार का पालन-पोषण करते हुए अपने जीवन को नई दिशा दे रही हैं। हालांकि रामा देवी के लिए खुद यह समूह एक नई रोशनी लेकर आया है। दरअसल, रामा देवी के जीवन का एक ऐसा दौर रहा है, जहां पर उनके आर्थिक हालत खराब थे। ऐसे में गांव के ही किसी परिचित ने उन्हें सरकार की इस योजना के बारे में जानकारी दी। रामा देवी को ज्ञात हुआ कि कैसे महिलाएं अपनी प्रतिभा के बल पर खुद को आर्थिक तौर पर प्रबल कर रही हैं। और फिर रामा देवी ने इस योजना का लाभ उठाते हुए अपने गांव के सरकारी ब्लॅाक में जाकर ग्रामीण आजीविका मिशन की पूर्ण जानकारी हासिल की और इससे जुड़ने का फैसला लिया। कुछ सालों के अंदर ही रामा देवी ने न सिर्फ खुद को, बल्कि अपने गांव और पड़ोस के गांव की कई सारी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का जीवन मंत्र दिया है। वाकई, ऐसी मिसाल हर क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
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