मुंबई भारत में महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थानों में से एक माना जाता है, ऐसे में जब यह खबर सामने आई है कि मुंबई में पिछले साल यानी वर्ष 2021 की तुलना में महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ के मामले बढ़े हैं, तो यह आंकड़े पूरी तरह से चौंका देते हैं। जी हां, गौरतलब है कि हाल ही में एक कोरियाई महिला यूट्यूबर द्वारा दो युवकों द्वारा प्रताड़ित किए जाने की घटना ने एक बार फिर मुंबई में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की भयावहता को सामने ला दिया है। मुंबई पुलिस के आंकड़ों से पता चला है कि जनवरी से अक्टूबर तक महिलाओं के साथ हुए अपराध के 1,955 मामले दर्ज किए गए। जबकि, पिछले साल इसी अवधि में 1,725 मामले सामने आए थे। आंकड़ों से यह भी पता चला कि पिछले साल की तुलना में 439 मामलों की तुलना में इस साल महिलाओं के प्रति इस तरह छेड़छाड़ और परेशान करने के 589 मामले सामने आए।
बता दें कि 1,955 मामलों में से 1,561 का पता चला है , जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 1,424 था। पिछले साल दर्ज किए गए महिलाओं के साथ किये गए अपराधों में से इस साल अब तक 394 मामले बंद हुए, जबकि पिछले साल 331 मामले सामने आए।
महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों के बारे में विश्लेषण से पता चला है कि पिछले साल की तुलना में इस साल बलात्कार और अपहरण के मामले भी बढ़े हैं। जनवरी से अक्टूबर तक, शहर में 807 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 499 नाबालिग पीड़ितों से संबंधित थे, जो बलात्कार के थे। इनमें से 729 मामलों का पता चला। पिछले साल, इसी अवधि के दौरान, 762 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से 445 मामले नाबालिगों से जुड़े थे, और 667 गिरफ्तारी के साथ समाप्त हुए। यह अफसोसजनक है कि इस साल अब तक महिला अपहरण के 942 मामले दर्ज किए गए और 825 मामले सुलझाए गए। और हैरत की बात है कि 935 पीड़ित नाबालिग थीं। आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2021 में 908 नाबालिगों सहित 917 मामले दर्ज किए गए और उनमें से 781 को सुलझा लिया गया।
वाकई, यह सोचनीय बात है और शर्मनाक बात भी कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले घटने का नाम नहीं ले रहे हैं।
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