वर्ष 2023 में हम कदम रख चुके हैं और ऐसे में महिलाओं के लिए और महिलाओं को लेकर यह बेहद खास खबर है, जो सामने आई है कि महिलाओं में ड्राइविंग के प्रति क्रेज बढ़ रहा है और इन दिनों महिलाओं में सबसे ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया है और इससे एक बात सामने आई है कि महिलाएं आत्म-निर्भर बन रही हैं और वह किसी भी काम के लिए किसी पर भी निर्भर नहीं रहना चाहती हैं। इसलिए, पिछले चार सालों पर गौर करें, तो दो पहिया और चार पहिया वाहन चलाने के लिए महिलाओं ने सबसे ज्यादा आवेदन किया है। यह बात खुद परिवहन विभाग ने जाहिर की है कि परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए, लड़कियों ने बहुत सारे आवेदन किये हैं।
गौर करें तो जहां चार वर्ष पहले की बात की जाए, तो केवल 1700 महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन किये थे, लेकिन इस वर्ष इसमें 7 हजार से अधिक आवेदन किये हैं, विभाग का पूर्ण रूप से यह मानना है कि इस तरह से अगर इस संख्या में वृद्धि होगी तो यह संख्या एक रिकॉर्ड बन जायेगी। ड्राइविंग से संदर्भ में भी महिलाओं को लेकर मानना है कि महिलाएं बेहतर तरीके से स्टडी करके आती हैं और उन्हें यातायात की पूरी जानकारी होती है। यही वजह है कि जब उनका टेस्ट लिया जाता है, तो 85 फीसदी टेस्ट में वह पास हो जाती हैं। साथ ही महिलाएं यातायात नियमों को लेकर भी काफी गंभीर रहती हैं। गौरतलब है कि महिला बाल विकास ने मध्य प्रदेश टूरिज्म के साथ मिल कर यह सार्थक पहल की थी, जिसमें, महिलाओं को सेफ रहने से लेकर सेफ व्हीकल राइडिंग की भी ट्रेनिंग दी गई थी और इसकी वजह से महिलाओं में वाहन चलाने को लेकर जागरूकता आयी। अब ऐसे में वह ड्राइवर हायर करने की बजाय खुद वाहन चलाना चाहती हैं।
इसके अलावा, यह भी माना जा रहा है कि कामकाजी महिलाओं को खुद अपना वाहन चला कर ऑफिस पहुंचने में आसानी होती है। लेकिन खास बात यह है कि इन दिनों लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया भी आसान हो गई है, पहले महिलाएं इसलिए भी अधिक आगे नहीं आती थीं, जबकि अब इनकी लाइसेंस की प्रक्रिया आसान होने से काफी महिलाएं आगे आ रही हैं।