बड़े बुजुर्ग हमेशा ही यह बात दोहराते रहे हैं कि बागवानी करना हमेशा ही सेहत के लिए अच्छा होता है। ऐसे में अब एक नए अध्ययन से भी यह बात सामने आ गई है कि बागवानी करना या बागवानी में समय बिताने से सेहत के लिए काफी अच्छा रहता है। एक अध्ययन में पाया गया कि बागवानी कई पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करती है। दरअसल, इन दिनों जिस तरह की जीवनशैली से हम गुजर रहे हैं, ऐसे में हमें खुद को प्रकृति के नजदीक आना बेहद जरूरी है, ताकि बीमारियां दूर रह सकें। और यही बात हाल के एक अध्ययन से भी साबित हुई है कि प्रकृति से जुड़े कामों में भाग लेने से वयस्कों में कैंसर, हृदय और मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो के शोधकर्ताओं का यह अध्ययन प्रकाशित किया था और उन्होंने यह पाया कि किसी व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य पर गौर करें, तो बागवानी करने से आपके शरीर पर काफी शक्तिशाली प्रभाव होता है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी द्वारा फंड किये गए निष्कर्षों से पता चला है कि सामुदायिक बागवानी ने पुरानी बीमारियों और मानसिक स्वास्थ्य विकारों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सीयू बाउल्डर में पर्यावरण अध्ययन विभाग के एक प्रोफेसर, वरिष्ठ लेखक जिल लिट ने कहा, "ये निष्कर्ष इस बात का ठोस सबूत देते हैं कि सामुदायिक बागवानी कैंसर, पुरानी बीमारियों और मानसिक स्वास्थ्य विकारों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। बता दें कि अमेरिका के कोलोराडो में डेनवर और अउरोरा में 37 सामुदायिक उद्यानों में एक अध्ययन चलाया। गौरतलब 291 प्रतिभागियों को दो समूहों में विभाजित किया गया था। एक समूह को बगीचे का प्लॉट, बीज, पौधे और बागवानी कैसे की जाए, इसके लिए एक प्राथमिक पाठ्यक्रम भी दिया गया।
अध्ययन के दौरान, शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने बागवानी की, उन्होंने अपने समकक्षों की तुलना में अधिक फल और सब्जियां खाईं और यहां तक कि नियंत्रण समूह की तुलना में एक दिन में 1.4 ग्राम अधिक फाइबर का सेवन किया। वे अन्य लोगों की तुलना में थोड़े अधिक सक्रिय भी थे, क्योंकि उन्होंने अध्ययन अवधि के दौरान गौर किया कि जिन लोगों ने बागवानी की, वे बिना बागवानी करने वाले समूह की तुलना में कम तनाव वाले लक्षण नजर आये। शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष निकाला कि बागवानी जैसे छोटे बदलाव भी पुरानी बीमारियों के जोखिम को रोकने के तरीकों में से एक हो सकता है।