मेरठ जिले में परिवार नियोजन की भागीदारी में पुरुष महिलाओं से पीछे हैं। उनका इस तरफ लापरवाह बर्ताव है। यह बात तीन साल की रिपोर्ट के आधार पर सामने आई है, जिसमें 95 प्रतिशत महिलाओं ने ही नसबंदी के ऑपरेशन कराये हैं, जबकि पुरुष पांच प्रतिशत के भी आंकड़ा तक नहीं पहुंच पाए हैं। स्वास्थ्य विभाग के पिछले तीन साल के आंकड़े इस बात को दर्शा रहे हैं। जहां नसबंदी ऑपरेशन में से 95 प्रतिशत से ज्यादा, महिलाओं ने ही ऑपरेशन कराये हैं। पुरुष केवल पांच प्रतिशत ही आगे आये हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2020 में अप्रैल से लेकर मार्च 2023 तक जिले में कुल 12503 नसबंदी ऑपरेशन हुए हैं। इनमें से 11973 महिलाओं ने कराए हैं, जबकि इस काम में पुरुषों की संख्या केवल 530 ही रही है। इसकी एक बड़ी वजह यह भी सामने आ रही है कि कई पुरुषों में इस बात को लेकर गलतफहमी रहती है कि इससे शारीरिक कमजोरी आती है, भूख कम लगतीहै और इसे सिर्फ सर्दियों में ही करवाना चाहिए। इसकी दूसरी वजह जो एक्सपर्ट बताते हैं कि महिलाएं अधिक जागरूक हैं। यही वजह है कि बच्चों में अंतर रखने को लेकर भी महिलाएं जागरूक हैं और इसकी विधि पीपीआईयूसीडी को अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक 9526 महिलाओं ने अपनाया। वर्ष 2021-22 में 8243 महिलाओं ने अपनाया था। इस साल अभी तक 12057 महिलाओं ने अपनाया है। गौर करें तो अब तक 22270 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन को अपनाया है।
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