पर्यावरण की सुरक्षा के लिए झारखंड की महिलाओं ने एक अनोखा अभियान शुरू किया है। इसे चिपको आंदोलन का नाम दिया गया है। जी हां, रामगढ़ के बूढ़ा खाप वनक्षेत्र की महिलाओं ने पेड़ों के संरक्षण के लिए चिपको आंदोलन किया है, इसके अंतर्गत रामगढ़ की सभी महिलाएं गोलबंद हो गई हैं और पेड़ों को काटने का विरोध सतत कर रही हैं। गौरतलब है कि रामगढ़ की ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि इस साल पर्यावरण दिवस के मौके पर इसी जंगल में पौधरोपण कर पर्यावरण की सुरक्षा को जिम्मेदारी से निभाने की शपथ ली गई और अभी एक दिन भी नहीं बीता है कि पेड़ों को काटने के लिए योजना बना ली गई है और इसे काटने की तैयारी भी शुरू हो गई है। ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि जैसे ही हमें इस बात की जानकारी मिली कि पेड़ों को काटा जाएगा हम सभी महिलाओं ने पेड़ों से लिपटते हुए इसका विरोध शुरू किया, हालांकि इस चिपको अभियान को देखते हुए पुलिस बल जवान वहां पर पहुंचे। पुलिस दल भी ग्रामीण महिलाओं को समझाने की कोशिश भी असफल हो गयी। दूसरी तरफ यह भी जानकारी सामने आयी है कि निजी कंपनी पेड़ काटकर यहां पर प्लांट लगाने की तैयारी में है, जिसे लेकर ग्रामीण लोगों में डर की भावना फैली हुई है। दिलचस्प है कि प्लांट से होने वाले प्रदूषण को लेकर यहां की ग्रामीण महिलाएं पहले से ही आंदोलन कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण इलाकों में बीते कुछ सालों में महिलाओं द्वारा चिपको आंदोलन की कई घटनाएं सामने आयी हैं, जो कि पर्यावरण की सुरक्षा का देशव्यापी संदेश दे रही हैं, इसकी सराहना करनी चाहिए।
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