महिलाओं की सेहत को लेकर धीरे-धीरे अधिक जागरूकता फैलाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में सितंबर महीने को पोषण माह घोषित किया गया है। ऐसे में कई कार्यक्रम और कई तरीकों से महिलाओं में जागरूकता फैलाने की कोशिश है, उन्हें सेहत को लेकर शिक्षित करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में आखिर महिलाओं को बढ़ती उम्र के साथ किस तरह से अपने आहार और पोषण का ध्यान रखना चाहिए, किन बातों पर प्रकाश डालना जरूरी है, आइए जानने की कोशिश करते हैं।
20 वीं से ही सजग हो जाएं महिलाएं
शारीरिक रूप से महिलाओं को 20 वें वर्ष में प्रवेश करते हुए ही अपनी सेहत को लेकर सजग होने के बारे में सोचना चाहिए। अगर बात फोलिक एसिड महिलाओं के लिए एक जरूरी तत्व है। अगर आप परिवार की योजना बना रहे हैं, तो फोलिक एसिड की खुराक जरूरी है। फोलेट शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोष को रोकता है और आरएनए और डीएनए उत्पादन के लिए एक आवश्यक कारक बनता है। वहीं, कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करने के लिए बेहद जरूरी है। कैल्शियम मुख्य आवश्यक खनिज है, जो आपको अपने नियमित आहार में लेना ही चाहिए। जहां तक आयरन की बात है, यह एक ऐसा खनिज( मिनिरल) है, जिसकी जरूरत एक महिला को जीवन भर होती है। खासतौर से एनीमिया जैसी बीमारियों को रोकने के लिए इसकी आवश्यकता होती है।
30 वीं पारी की शुरुआत और सेहत
बात जब महिलाओं के 30 वीं की पारी की शुरुआत करने की आती है। इस समय महिलाओं को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि यह दस साल हरेक के जीवन के महत्वपूर्ण और व्यस्त रहने वाला समय होता है। इस समय सेहत को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ऐसे में फोलिक एसिड की खुराक तो आपको लेनी ही चाहिए, साथ ही कैल्शियम इनटेक को कम नहीं करना चाहिए, क्योंकि 30वीं पारी में हड्डियों के निर्माण की क्षमता में कमी आ जाती है। इसके अलावा स्ट्रेंथ ट्रेनिंग लेनी भी बेहद जरूरी होती है। कम से कम तीन से पांच दिन शारीरिक गतिविधियों को करना भी एक बड़ी जरूरत बन जाती है। विटामिन सी, ई और सेलेनियम भी बेहद जरूरी है।
40 वीं पार गंभीर होने की है जरूरत
प्लांट बेस्ड फूड को आहार में शामिल करना जरूरी है। हर दिन अपने आहार में तीन सब्जियां और फल शामिल करना जरूरी है। साथ ही खुद को हाइड्रेट रखना और हेल्दी रखना भी जरूरी है। प्लांट प्रोटीन भी सेहत के लिए काफी अच्छा होता है। नट्स, फाइबर भी सेहत को बेहतर बनाते हैं। इसके अलावा पोर्शन कंट्रोल और हर दिन एक्सरसाइज करना भी शरीर के लिए जरूरी है।
50 वीं की पारी में होंगे कई बदलाव
मेटाबोलिक बदलाव इस समय बेहद जरूरी होते हैं। इस समय वजन बढ़ना एक बड़ी परेशानी बनती है, इसलिए चीनी और फैट कैलोरीज को कट करना बेहद जरूरी होता है।
इसके अलावा, फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, ब्लड शुगर को कंट्रोल करना और कब्ज जैसी परेशानी को ठीक करना जरूरी है। विटामिन ई को स्किन हेल्थ के लिए लेना जरूरी है। यह एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं और ऐसे में शरीर को काफी फायदे पहुंचाते हैं। इनके अलावा, ऑलिव, पीनट्स भी हार्ट डिजीज से बचाते हैं। कैल्शियम और विटामिन डी के डोज भी डॉक्टर की सलाह पर लेनी चाहिए।
गोल्डन पीरियड में सेहत रहे अच्छी
50 वीं उम्र पार करने के बाद, प्रोटीन आपके शरीर के लिए एक जरूरी तत्व बन जाता है। ऐसे में शरीर को प्रोटीन की जरूरत होती है, ताकि बढ़ती उम्र के साथ मसल्स लॉस को बचाया जा सके। इस समय मील स्किप करने की भी एक आदत बन जाती है। इसे बेहतर करना बेहद जरूरी है। नियमित अंतराल पर खाते रहना चाहिए। साथ ही एक्सरसाइज करते रहना भी शरीर को बेहतर बनाएगा। साथ ही लोगों और दोस्तों से मिलते-जुलते रहना बेहद जरूरी है।