महिलाएं पुरुषों से अधिक दयावान होती हैं। जी हां, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा इस बात को स्पष्ट किया गया है कि एक अध्ययन से यह बात निकल कर सामने आई है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं स्वाभाविक रूप से अधिक दयावान या दयालु होती हैं, उनमें यह गुण अधिक होते हैं। वे अधिक सहानुभूति से भरपूर होती हैं।
अध्ययन से यह बात सामने आई है कि महिलाएं, संस्कृति, भाषा और वर्ग की परवाह किए बिना, पुरुषों की तुलना में दूसरों के साथ सहानुभूति रखने में आगे रहती हैं।
गौरतलब है कि अध्ययन का नेतृत्व ब्रिटेन के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने किया था, जिसमें पाया गया कि व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले 'रीडिंग द माइंड इन द आइज' टेस्ट में महिलाएं अपने पुरुष समकक्षों की तुलना में औसत अंक अधिक प्राप्त करती हैं। यह परीक्षण संज्ञानात्मक सहानुभूति की जांच करता है। यह परीक्षण 57 देशों में 300,000 से अधिक लोगों पर आयोजित किया गया था।
अध्ययन के प्रमुख वैज्ञानिक और बार-इलान में जकरमैन स्कॉलर और कैंब्रिज में मानद शोध सहयोगी डॉ डेविड एम ग्रीनबर्ग ने कहा कि हमारे परिणाम कुछ ऐसे पहले प्रमाण प्रदान करते हैं कि महिलाएं औसतन पुरुषों की तुलना में अधिक सहानुभूति दर्शाने वाली हैं और दुनिया भर के देशों में कुछ ऐसा ही है।
बता दें कि प्रोफेसर सर साइमन-बैरन कोहेन द्वारा पहली बार 1997 में विकसित किया गया, यह मूल्यांकन उपकरण मन के सिद्धांत का एक विश्वसनीय मूल्यांकन बन गया। परीक्षण में प्रतिभागियों को व्यक्ति की आंखों के आस-पास के क्षेत्र की तस्वीरों की जांच करने और भावों के अर्थ की व्याख्या करने की आवश्यकता होती है। प्रतिभागियों को विकल्पों के एक सेट में से सही उत्तर चुनना होता है।
यहां यह भी जानना जरूरी है कि कोहेन, जो कैंब्रिज विश्वविद्यालय में ऑटिज्म रिसर्च सेंटर के निदेशक भी हैं, और अध्ययन के वरिष्ठ लेखक हैं उनका कहना है कि लिंग के आधार पर जरूरी नहीं कि किसी व्यक्ति के दृष्टिकोण या योग्यता को निर्धारित करें, क्योंकि अपवाद हमेशा मौजूद होते हैं। लेकिनइस संदर्भ में किसी भी चीज से ज्यादा जानकारी मिलती हैं, तो वह है आंखों की जांच, जिससे यह पता चलता है कि बहुत से लोगों को चेहरे के भाव पढ़ने में परेशानी होती है।
यहां यह जान लेना भी जरूरी है कि उच्च स्तर की संज्ञानात्मक सहानुभूति वाले लोग संचार में बेहतर होते हैं और कौशल से निपुण होते हैं, क्योंकि वे शिक्षित अनुमान लगाने में सक्षम होते हैं कि कोई अन्य व्यक्ति कैसा महसूस कर रहा है या वे किसी किसी चीज पर भावनात्मक रूप से कैसे प्रतिक्रिया कर सकते हैं और महिलाओं में यह अधिक प्रवृति अधिक देखी गई है।
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