एक रिपोर्ट में कहा गया है कि साल के आखिरी आठ महीनों के दौरान नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं में दो गुना वृद्धि हुई है। एक जानी-मानी जॉब्स और प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म में पिछले साल की तुलना में महिला यूजर्स की संख्या में 132 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जिनमें से ज्यादातर रिमोट जॉब की तलाश में हैं।
इस प्लेटफॉर्म के बिजनेस हेड मानस सिंह ने एक बयान में कहा है कि "रिमोट वर्किंग द्वारा लाए गए फ्लेक्सिबल टाइम और सुविधा में अधिक प्रोफेशनल लोगों को काम करने के लिए प्रेरित किया है, जो देश के आर्थिक इंजन को और गति देगा।" 2019 में स्थापित इस प्लेटफॉर्म पर 5.1 मिलियन से अधिक महिलाओं ने रजिस्टर किया है।
इस मंच ने दूर से भी काम करने के इच्छुक उम्मीदवारों की तलाश करने वाले लोगों वृद्धि देखी है। चंडीगढ़, अहमदाबाद और लखनऊ सहित कई शहरों में इस साल पोस्ट किए गए वर्क फ्रॉम होम जॉब्स में वृद्धि दर्ज की गई है। जॉब्स प्लेटफॉर्म ने यह भी कहा कि ड्राइवर, डिलीवरी पार्टनर, बैकएंड इंजीनियर, एयरक्राफ्ट रिपेयर जैसी नौकरी की भूमिकाओं के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, कंपनी ने पिछले साल की तुलना में महिलाओं द्वारा नौकरी के आवेदनों की संख्या में 56 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
अधिक महिलाएं कम यात्रा समय के साथ एक दूरस्थ नौकरी की तलाश कर रही हैं, जिसमें उन्हें अपने काम करने के समय को अपने हिसाब से मोड़ने की सुविधा मिलती है। अपने घरेलू काम, घर में बच्चों पर ध्यान और अन्य काम करते हुए महिलाएं कमा भी पा रही हैं, यह एक अच्छी बात है। इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाईजेशन की एक हाल में आईरि पोर्ट में देखा गया है कि महिलाएं काम करना चाहती हैं, लेकिन उनके लिए यह ज्यादा अच्छा होगा कि वो अपने फ्री टाइम में काम करें और उनकी दिनचर्या भी चलती रहती रहे। ILO की रिपोर्ट यह भी बताती है कि ग्रामीण भारतीय महिलाओं में से 34 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 28 प्रतिशत महिलाएं घर से काम करने को तैयार हैं।