दीपावली पर्व को पूरे भारत में खूब धूमधाम से मनाया गया। सभी ने अपने परिवार वालों के साथ खूब एन्जॉय किया। लेकिन दिवाली में होने वाली आतिशबाजी और पटाखों के जलने से जिस तरह का प्रदूषण सभी तरफ फैल चुका है या हर साल फैल रहा है, वह वाकई चिंताजनक बात है। खासतौर से दिल्ली में और उसके आस-पास के इलाकों में समस्या काफी चिंता का विषय बन जाती है। अमूमन हमारा ध्यान इन बातों से हट जाता है कि दिवाली के बाद, हमें अपनी सेहत का अधिक ख्याल रखना जरूरी है, तो आइए आपको कुछ जरूरी टिप्स बताते हैं, जिनका ध्यान आपको दिवाली के बाद, कुछ दिनों तक जरूर रखना है।
दिवाली में महानगरों में सबसे अधिक प्रदूषण फैलता है, उसका स्तर हमेशा ही अधिक होता है, यह एक भयावह सच है कि प्रदूषण ने न सिर्फ अधिक उम्र के लोगों को, बल्कि नवजात शिशु के लिए भी हानिकारक साबित होने लगता है। डब्लयू एच यू की रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में लगभग 90 प्रतिशत से अधिक बच्चे प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं और उनकी वजह से कई बीमारियां भी शरीर में होने लगती हैं। प्रदूषण की वजह से बच्चों की मानसिक और शारीरिक विकास पर भी असर हुआ है। डब्लयू एच यू की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2016 में दुनियाभर में एक्यूट लोअर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के कारण 600,000 बच्चों की मृत्यु हो चुकी है, तो स्पष्ट है कि प्रेग्नेंट महिला प्रदूषित के संपर्क में आती है, तो बच्चे असमय भी होते हैं। कई बच्चों में बचपन से ही अस्थमा की परेशानी हो सकती है। इंडिया स्पेंड की रिपोर्ट के मुताबिक़, एक फुलझड़ी जलने से होने वाला नुकसान 74 सिगरेट पीने के बराबर होता है. स्नैक को जलाने से 462 सिगरेट पीने जितना असर होता है और भारत में साल 2018 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पटाखे का 2600 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ था, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि किस तरह से भारत में दिवाली के दौरान परेशानियां बढ़ती हैं।
कुछ प्रयास करने की रहे कोशिश
हम सभी की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम अपनी पृथ्वी को बचाने के लिए, बड़े नहीं तो छोटे ही कदम जरूर उठाये। वे कदम क्या हो सकते हैं, आइए जानें।
मास्क पहनें
हालांकि कोविड महामारी ने लोगों को मास्क लगाने की आदत डाल दी है, लेकिन पिछले कुछ समय से हमने मास्क हटाना शुरू कर दिया है, तो अभी जबकि दिवाली में हमें खुद को प्रदूषण से बचाना है, हमारी कोशिश होनी चाहिए कि अपने नाक और मुंह को रूमाल या फिर मास्क से ढंक लेना सही होगा।
ध्रूमपान से बचें
ध्रूमपान हमेशा ही सेहत के लिए खराब होता है, लेकिन दिवाली के समय इससे बचना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह कैंसर को तो बढ़ावा देता ही है, साथ ही इसका धुंआ वायु प्रदूषण भी करता है।
वेंटिलेशन है जरूरी
आपको इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि जब बात प्रदूषण से खुद को बचाने की आती है, तो आपको अपने घर को वायु प्रदूषण से मुक्त रखना भी बहुत जरूरी है, घर में अच्छा वेंटिलेशन होना ही चाहिए। इसके अलावा, इस बात का भी ख्याल रखना जरूरी है कि घर के अंदर की हवा, बाहरी हवा की तरह प्रदूषित होती है है और आपको एक ऐसा एयर प्यूरीफायर लेना चाहिए, जो बासी हवा को ताजा कर सके और किसी भी तरह के संक्रमण की संभावना को कम करे।
प्रदूषित वातावरण में व्यायाम न करें
इस बात का भी ख्याल रखना जरूरी है कि अगर आप अत्यधिक प्रदूषित वातावरण में व्यायाम कर रहे हैं, तो यह भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है। बेहतर होगा कि दिवाली के कुछ दिनों के बाद तक, घर के अंदर ही एक्सरसाइज करें।
पेड़ लगाएं, पेट्स को बचाएं
आप जब भी अपने घर में पेड़ लगाएंगे, हमेशा वे आपको ऑक्सीजन देंगे, इसलिए हमेशा पेड़ लगाएं और अपने पेट्स की भी रक्षा करें।