थायरॉइड एक छोटी, तितली के आकार की ग्रंथि है, जो गर्दन के आधार पर यानी एडम्स एप्पल के ठीक नीचे स्थित होती है। थायरॉइड ग्रंथि हार्मोन का उत्पादन करती है जो हृदय गति, रक्तचाप, शरीर का तापमान और मेटाबोलिज्म सहित शरीर के कई महत्वपूर्ण फंक्शन्स को नियंत्रित करती है। आइए जानते हैं थायरॉइड से जुड़ी जरूरी बातें।
थायरॉइड हार्मोन प्रोडक्शन
जब थायरॉइड ठीक से काम नहीं करता है, तो इसके परिणामस्वरूप वजन बढ़ना, थकान या मूड्स स्विंग्स जैसी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में थायरॉइड की समस्या वाले लोगों के लिए स्वस्थ आहार बेहद महत्वपूर्ण है। कुछ खाद्य पदार्थ थायरॉइड हार्मोन प्रोडक्शन में बाधा डाल सकते हैं या शरीर के लिए थायरॉइड हार्मोन को अब्सॉर्ब करना और उपयोग करना मुश्किल बना सकते हैं। अगर आपको थायरॉइड की समस्या है तो इन खाद्य पदार्थों से बचना जरूरी है।
क्रूसिफेरस सब्जियों को खाने से करें परहेज
ब्रैसिका प्रजाति से संबंधित क्रुसिफेरस सब्जियों को क्रूसिफेरस कहा जाता है, क्योंकि उनके चार पंखुड़ी वाले फूल क्रूस या क्रॉस की तरह दिखते हैं। ब्रोकोली, गोभी और ब्रसेल्स स्प्राउट्स जैसी सब्जियां शामिल हैं। ये थायरॉइड हार्मोन के उत्पादन को बाधित कर सकती हैं। यह उन लोगों में विशेष रूप से आम है, जिनमें आयोडीन की कमी है। इन सब्जियों को पचाने से आयोडीन को अवशोषित करने की क्षमता अवरुद्ध हो सकती है, जो सामान्य थायरॉइड फ़ंक्शन के लिए बेहद आवश्यक है।
सोया और सोया उत्पाद को ना लें प्लेट में
सोया में गोइट्रोजन नामक यौगिक होते हैं जो थायरॉइड के फंक्शन में बाधा डाल सकते हैं। सोयाबीन, टोफू, सोया मिल्क और सोया बेस्ड प्रोसेस्ड फूड्स को अपने खानपान में शामिल करने से पहले दो बार जरूर सोच लें।
डाइट में ना शामिल करें ग्लूटेन
थायरॉइड के रोगियों को ग्लूटेन से बचना चाहिए क्योंकि यह थायरॉइड हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के अब्सॉर्प्शन में हस्तक्षेप कर सकता है। ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो गेहूं, राई और जौ में पाया जाता है। यह कई प्रोसेस्ड फूड्स, जैसे ब्रेड, पास्ता, अनाज और बेक किए गए सामान में पाया जा सकता है। थायरॉइड वाले कुछ लोग ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील भी हो सकते हैं और जब वे इसका सेवन करते हैं तो उन्हें थकान, जोड़ों में दर्द और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संकट जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। ग्लूटेन थायरॉइड सूजन प्रतिक्रियाओं को भी ट्रिगर कर सकता है।
डेयरी प्रोडक्ट सेहत को बिगाड़ सकता है
डेयरी प्रोडक्ट कैल्शियम से भरपूर होते हैं और आमतौर पर यह शरीर के लिए अच्छे माने जाते हैं, लेकिन थायरॉइड के मरीजों के लिए, कैल्शियम बहुत खतरनाक हो सकता है और थायरॉइड स्वास्थ्य को खराब कर सकता है। इसलिए हाइपरथायरायडिज्म वाले लोगों को डेयरी उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए।
तला हुआ और नमकीन से रखें दूरी
किसी भी तरह का तला हुआ या नमकीन खाद्य पदार्थ थायरॉइड वाले लोगों के लिए हानिकारक है। मार्केट में मिलने वाले चिप्स में सोडियम की अधिकता होती है और उसमें कोई नुट्रिशन वैल्यू भी नहीं होता है। वे एक बहुत ही अनहेल्थी मंचिंग ऑप्शन हैं। यह शरीर में एंजाइम प्रोडक्शन को खराब कर सकते हैं, जिससे यह थायरॉइड पीड़ित लोगों के लिए और अधिक खतरनाक हो सकता है।
शुगरी फूड्स और ड्रिंक्स को करें ना
शुगरी फूड्स और ड्रिंक्स ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे थायरॉइड फंक्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए, शुगर वाले खाद्य पदार्थों और ड्रिंक्स का सेवन सीमित करने की सलाह दी जाती है।
नशा बढ़ा सकता है मुसीबत
शराब कई प्रकार की होती है और हर एक का आपके थायरॉयड पर अलग-अलग प्रभाव हो सकता है। बीयर और वाइन आम तौर पर थायरॉइड रोग वाले लोगों के लिए उतनी बुरी नहीं हैं, लेकिन हार्ड अल्कोहल से अधिक समस्या हो सकती है। हार्ड अल्कोहल में आमतौर पर कैलोरी और चीनी अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ सकता है और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में बाधा आ सकती है। यह आपको डीहाइड्रेट भी कर सकता है, जिससे थकान और अन्य लक्षण भी शामिल हो सकते हैं।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
थायरॉइड में कौन से विटामिन खाने में जरूरी हैं?
विटामिन ए, विटामिन ई और विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट थायरॉयड की शक्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं, यही कारण है कि यह खुद को किसी भी तरह के नुकसान से बचा सकता है।
फ्रूट्स खाना थायरॉइड में क्या फायदेमंद हो सकता है?
फ्रूट्स में फाइबर, खनिज, विटामिन और प्राकृतिक शर्करा से भरपूर होते हैं। फ्रूट्स हमारे शरीर में आसानी से घुलकर ऊर्जा और पोषक तत्व प्रदान करता है, इसलिए हर 2-3 घंटे में फल खाना चाहिए। अधिकांश फलों में बड़ी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो रक्त प्रवाह को शुद्ध करने में मदद करते हैं। वैसे कुछ फलों से इसमें परहेज भी जरूरी है, जैसे स्ट्रॉबेरी, आड़ू, शकरकंद खाने से बचना चाहिए।
क्या अंडा थायरॉइड के लिए अच्छा होता है?
एक रिसर्च के अनुसार एक अंडे में आपके रोजमर्रा आयोडीन की आवश्यकता का लगभग 16% और सेलेनियम की दैनिक आवश्यकता का 20% होता है, जो अंडे को थायरॉइड के लिए एक सुपरफूड बनाता है।
क्या थायरॉइड में चाय पी सकते हैं?
इस बात को कोई भी रिसर्च पुख्ता नहीं करता है कि थायरॉइड में चाय नहीं पीना चाहिए। हालांकि दूध की चाय के बजाय काली चाय और ग्रीन टी को प्राथमिकता देने को कहा गया है, इनमें भी खासकर ग्रीन टी। जानकारों की मानें तो प्रतिदिन एक कप ग्रीन टी पीने से थायरॉइड और इसके लक्षणों से लड़ने में मदद मिल सकती है। ग्रीन टी में मौजूद फ्लोराइड में एंटी-थायराइड गुण होते हैं, जो थायरॉइड एंजाइमों के अधिक उत्पादन से लड़ने में मदद करता है और इस प्रकार ग्रंथि के हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है।
थायरॉइड में सूखे मेवे क्या फायदेमंद हैं?
मेवे और बीज पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ हैं ,जो जिंक, मैग्नीशियम और सेलेनियम जैसे आवश्यक खनिजों से भरपूर होते हैं, ये सभी थायरॉइड फ़ंक्शन के लिए महत्वपूर्ण हैं। कद्दू के बीज, विशेष रूप से, जिंक का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो थायरॉइड हार्मोन के संश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है। अन्य मेवे और बीज जैसे बादाम, अखरोट और सूरजमुखी के बीज विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व प्रदान करते हैं। स्वादिष्ट और पौष्टिकता बढ़ाने के लिए सलाद, दही या दलिया पर मेवे और बीज छिड़कने की भी सलाह दी जाती है।
नॉन वेज में थायरॉइड में सबसे अच्छा क्या होता है?
मैकेरल, सैल्मन और सार्डिन जैसी वसायुक्त मछली की किस्मों को थायरॉइड में सुपरफूड माना जाता है। ये मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं। चूंकि सूजन थायरॉइड फंक्शन में बाधा डाल सकती है, इसलिए आहार में ओमेगा-3 से भरपूर मछली को शामिल करने से सूजन को कम करने और थायरॉयड स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, मछली में सबसे अच्छा प्रोटीन का स्रोत हैं, जो थायरॉइड हार्मोन के सिंथेसेसिंग के लिए आवश्यक हैं।
क्या थायरॉइड में मीठा खा सकते हैं?
अगर आपको मीठे की क्रेविंग बहुत होती है, तो आप डार्क चॉकलेट खा सकती हैं। डार्क चॉकलेट, जिसमें 70% से 85% कोको होता है, फाइबर, मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर होती है। इसमें महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। कोको में एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व की भरपूर मात्रा इसे थायरॉइड आहार के लिए एक सुपर फूड बनाती है, जो थायरॉइड फंक्शन का समर्थन करने में बहुत मददगार होती है और एक स्वादिष्ट मिठाई विकल्प के रूप में भी आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।