खाने में शहद और गुड़ दोनों का इस्तेमाल करना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन फिर भी इस बात को लेकर हमेशा उलझन बनी रहती है कि गुड़ और शहद में से किसका सेवन शरीर के लिए ज्यादा बेहतर रहता है। आयुर्वेद में भी यह कहा गया है कि शहद के अलग फायदे और गुड़ के अलग फायदे हैं। ऐसे में किसका इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाना चाहिए और किसका कम इसे समझना जरूरी है। आइए इस बारे में जानते हैं विस्तार से।
सेहत के लिए शहद का फायदा

जान लें कि शहद एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है, जो स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। शहद को प्राचीन काल से आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में एक अमृत के तौर पर उपयोग में माना जाता है। इसमें कई सारे प्रमुख पोषक तत्व हैं, जो कि शरीर के लिए लाभदायक माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार शहद में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होता है, जो कि सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। यह भी माना गया है कि शरीर में कुछ ऐसे पदार्थ होते हैं, जो कि शरीर को तुरंत ऊर्जा पहुंचाता है। दूसरी तरफ से शहद को प्राकृतिक पाचन द्रव्य के तौर पर भी माना जाता है। जानकारों के अनुसार शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होता है, जो कि आंतों की सेहत के लिए भी लाभ पहुंचाता है।
सेहत के लिए गुड़ का फायदा

शहद के विपरीत गुड़ भी प्राकृतिक शक्कर माना गया है। गुड़ को खजूर या फिर गन्ने के रस से बनाया जाता है। जानकारों के अनुसार सफेद चीनी के मुकाबले गुड़ अधिक लाभदायक माना गया है। क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में खनिज और पोषक तत्व पाए जाते हैं। अधिक मामले में गुड़ को मिठाई बनाने के साथ कई लोग चाय में शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करते हैं। दूसरी तरफ गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल का भी गुड़ पाया जाता है। आयुर्वेद में ऐसा माना गया है कि गुड़ के सेवन से रोग प्रतिकारक क्षमता को मजबूत करती है। यह भी माना गया है कि इससे खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं भी खत्म होती हैं। दूसरी तरफ गुड़ में लोहा और फोलिक एसिड भी पाया जाता है, जो कि खून की कमी यानी कि शरीर में एनीमिया दूर करने के लिए भी सही माना जाता है।
शहद और गुड़ में शरीर के लिए कौन बेहतर है?

जानकारों का मानना है कि शहद और गुड़ के अपने-अपने फायदे हैं। यह आप पर निर्भर करता है कि किस उद्देश्य के लिए उनका सेवन करना चाहती हैं। सबसे पहले शहद के फायदे के बारे में बात की जाए, तो इससे शरीर को पूरी तरह से पोषण मिलता है। शहद में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं,जो कि शरीर को एक तरह से ऊर्जा देते हैं। यह भी माना गया है कि शहद में पाचन को बेहतर करने के भी गुण होते हैं। साथ ही घाव पर भी शहद लगाया जाता है, तो यह फायदा पहुंचाता है। आयुर्वेद के अनुसार शहद सर्दी और खांसी में भी राहत देता है। दूसरी तरफ गुड़ के फायदे के बारे में बात की जाए, तो गुड़ आयरन का अच्छा स्त्रोत माना जाता है,जो कि शरीर में खून की कमी को भी दूर करता है। गुड़ में भी पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के गुण होते हैं। यह भी देखा गया है कि गुड़ में कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं।
सेहत के लिए शहद और गुड़ की तुलना

शहद और गुड़ की तुलना की जाए, तो आयुर्वेद में यह माना गया है कि गुड़ से अधिक शहद ज्यादा फायदेमंद है और अगर आपको शरीर में जल्दी ऊर्जा चाहिए होती है, तो इससे सर्दी और खांसी की समस्या अधिक हो जाती है। यह भी माना गया है कि गुड़ शरीर में आयरन और मिनरल्स की कमी को भी पूरा करता है और यह अधिक पोषक तत्व भी प्रदान करता है। जानकारों का यह भी मानना है कि दोनों ही स्वस्थ विकल्प है। लेकिन अगर आपको अपने शरीर को मिनरल्स, आयरन और पाचन में सुधार लाना है, तो गुड़ बेहतर हो सकता है। साथ ही अगर आप जल्दी ऊर्जा चाहती हैं, तो शहद अधिक फायदेमंद माना जाता है। शहद और गुण की तुलना की जाए, तो शहद में बहुत कम कैलोरी होती है और यह प्राकृतिक चीनी का अच्छा स्रोत है। इसमें फ्रुक्टोज, ग्लूकोज, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन (जैसे B1, B2, B3, B5, B6, C) और खनिज (जैसे आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम) होते हैं। गुड़ की खूबी इसके अलग है। गुड़ में शहद की तुलना में ज्यादा कैलोरी होती है, लेकिन यह आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम जैसे खनिज तत्वों से भरपूर होता है। यह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद मिनरल्स प्रदान करता है।
शहद का अधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक

यह भी जान लें कि किसी भी चीज का जरूरत से अधिक इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक होता है। शहद का अधिक सेवन आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। शहद में कैलोरी और शर्करा की अधिक मात्रा होती है। अत्यधिक सेवन से यह वजन बढ़ा सकता है, खासकर यदि आप कम शारीरिक गतिविधि करते हैं।शहद में उच्च फ्रक्टोज और ग्लूकोज होता है, जो रक्त में शुगर का स्तर बढ़ा सकता है। डायबिटीज या ब्लड शुगर नियंत्रण के लिए यह समस्या पैदा कर सकता है।अत्यधिक शहद का सेवन पेट में गैस, सूजन, या दस्त जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। कुछ लोग शहद में उपस्थित शर्करा को ठीक से पचाने में असमर्थ होते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए, तो शहद के अधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, खासकर यदि आप इसे अधिक मात्रा में खाते हैं या इसका सेवन अपने दैनिक आहार में भेजा करते हैं। इसे नियमित रूप से और सही मात्रा में लेना सबसे अच्छा है।
गुड़ का सेहत के लिए अधिक इस्तेमाल नुकसान पहुंचाता है
गुड़ में शर्करा (सुक्रोज) की मात्रा ज्यादा होती है, और अगर इसे अधिक खाया जाए तो यह कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। गुड़ में उच्च मात्रा में कैलोरी होती है, जो कि अधिक सेवन से यह शरीर में अतिरिक्त कैलोरी का स्त्रोत बन सकता है। इससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। जानकारों का मानना है कि गुड़ का अधिक सेवन पेट में गैस, अपच, या कब्ज की समस्याओं का कारण बन सकता है। कुछ लोग इसे अधिक खाने से पेट में हल्का या भारीपन महसूस कर सकते हैं। कई अध्ययन में यह भी सामने आया था कि गुड़ का अत्यधिक सेवन शरीर में अधिक आयरन और मिनरल्स का संचार कर सकता है, जो कि कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। गुड़ की तासीर भी गर्म होती है और अधिक सेवन से शरीर में अधिक गर्मी पैदा हो सकती है। जिससे शरीर में रैश, मुहांसे या अन्य तरह की त्वचा की समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेद में यह कहा गया है कि गुड़ का सेवन 1-2 छोटे टुकड़े (10-20 ग्राम) प्रति दिन तक सही माना जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, लेकिन अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए। यह भी जान लें कि गुड़ एक तरह से पौष्टिक और प्राकृतिक मीठा पदार्थ है, लेकिन इसका अधिक सेवन आपके सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। यह वजन भी बढ़ा सकता ह। साथ ही इससे ब्लड शुगर भी बढ़ सकता है। इसके अधिक सेवन से पाचन समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इसलिए बहुत जरूरी है कि गुड़ हो या शहद इसका सेवन संतुलित तौर पर करना चाहिए।