पोषक तत्वों से भरपूर स्प्राउट्स आम तौर पर अनाज और फलियों को अंकुरित कर बनाया जाता है, जिसे हमारे स्वास्थ्य के लिए सुपरफूड कहें तो गलत नहीं होगा। आइए जानते हैं स्प्राउट्स खाने के फायदे।
हेल्थ के लिए सुपरफूड है स्प्राउट्स
प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, मिनरल्स के साथ विटामिंस और एंजाइम से भरपूर स्प्राउट्स न सिर्फ आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए, बल्कि संपूर्ण विकास के लिए भी महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है। आप इसे इस तरह भी समझ सकती हैं कि 100 ग्राम स्प्राउट्स में लगभग 100 से भी ज्यादा कैलरी होती है, जो आपकी भूख पर कंट्रोल रखते हुए लंबे समय तक आपको पेट भरे होने का एहसास दिलाता रहता है। इससे होता यह है कि बिना एनर्जी गंवाएं आप अपना वजन कम करने में भी कामयाब हो जाती हैं। गौरतलब है कि स्प्राउट्स के प्रत्येक सर्विंग में 7.6 ग्राम फाइबर होता है, जो मोटापे से पीड़ित लोगों के साथ डायबिटीज पेशेंट के लिए भी आदर्श खाद्य पदार्थ है। डाइजेशन के लिए जरूरी फाइबर न सिर्फ आपको ज्यादा खाने से रोकता है, बल्कि कब्ज से भी छुटकारा दिलाता है। हम सबके शरीर के लिए प्रोटीन कितना आवश्यक तत्व है, यह तो आप जानती ही होंगी। ऐसे में प्रोटीन से भरपूर स्प्राउट्स वहां भी अपनी अच्छी भूमिका निभाता है। एक कप स्प्राउट्स में 14 ग्राम प्रोटीन होता है और हाई प्रोटीन खाने से शरीर में जमा फैट आसानी से पिघल जाता है। ऐसे में कम फैट वाले फाइबर से भरपूर स्प्राउट्स में आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने की भी योग्यता है।
स्प्राउट्स से बढ़ाएं आँखों की रौशनी
डॉक्टर्स कहते हैं पेट के साथ आपका शरीर भी साफ होगा, तो आप बहुत सारी बीमारियों से बच सकती हैं। ऐसे में स्प्राउट्स में मौजूद क्लोरोफिल सेल्स और लिंफटिक, सिस्टम से टॉक्सिंस को बाहर निकालकर शरीर को साफ रखता है। स्प्राउट्स में मौजूद एंजाइम, डाइजेशन को दुरुस्त करते हुए शरीर से सारी गंदगी को निकाल देता है। स्प्राउट्स में ढेर सारे पोषक तत्वों के साथ विटामिन ए भी होते हैं, जो आपकी आँखों की रौशनी तेज करते हैं। सिर्फ यही नहीं स्प्राउट्स में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण, आँखों के सेल्स की भी रक्षा करते हैं, जो आम तौर पर ग्लूकोमा में होता है। स्प्राउट्स को अपने आहार में शामिल करके आप रतौंधी और मोतियाबिंद के खतरों से भी बच सकती हैं। एक स्प्राउट्स के इतने फायदे हैं कि आप सिर्फ स्प्राउट्स खाकर भी अपने शरीर को स्वस्थ ही नहीं, ऊर्जावान भी बनाए रख सकती हैं।
बालों का टेक्स्चर सुधारकर गंजेपन से मुक्ति दिलाए
स्वस्थ शरीर के साथ स्वस्थ बाल आपकी खूबसूरती को दुगुना कर देती हैं और ये बात हम सब सदियों से अपने बुजुर्गों से सुनते आ रहे हैं। ऐसे में विटामिन सी से भरपूर स्प्राउट्स हमारे बालों को स्वस्थ रखने के लिए भी कारगर साबित हो सकता है। दरअसल हर रोज स्प्राउट्स खाने से न सिर्फ आपकी रुसी की समस्या जड़ से खत्म हो सकती है, बल्कि बालों का गिरना भी हमेशा-हमेशा के लिए थम सकता है। इसी के साथ स्प्राउट्स में बालों के टेक्स्चर को सुधारकर नए बालों को उगाने की भी क्षमता होती है। विशेष रूप से महिलाओं के अलावा यह उन पुरुषों के लिए भी काफी लाभदायक हैं, जो गंजेपन से गुजर रहे हैं। इसे खाने से न सिर्फ बालों के स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा मिलता है, बल्कि नए बाल भी आते हैं। और तो और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर स्प्राउट्स को यदि आप रोज खाएं तो समय से पहले बालों में आ रही सफेदी से भी आप बच सकती हैं।
बेस्ट एंटी एजिंग है स्प्राउट्स
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर स्प्राउट्स के सेवन से न सिर्फ आपको असमय हो रहे सफेद बालों से मुक्ति मिलेगी, बल्कि आपकी स्किन भी सोने जैसी दमकने लगेगी। स्प्राउट्स को अपनी डाइट में शामिल करके आप असमय बालों की सफेदी के साथ चेहरे पर आ रही असमय झुर्रियों से भी छुटकारा पा सकती हैं। स्किन सेल्स के ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचकर आप अपने शरीर में फैले सेलुलर डीएनए को भी बचा सकती हैं। सेलुलर डीएनए मुख्य रूप से हमारे शरीर में उम्र बढ़ने के कई कारणों, जैसे फाइन लाइंस, दाग-धब्बे, झुर्रियां, पिग्मेंटेशन और ढ़ीली स्किन को ठीक करते हुए उन्हें खत्म करने में मदद करता है। सिर्फ यही नहीं स्किन को अंदर से तरोताजा करके ये उसे एक स्वस्थ चमक भी देता है।
आम तौर पर अनाजों और दालों में काफी पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन एक बार जब आप उन्हें अंकुरित कर देते हैं, तो उनके अंदर रहनेवाले पोषण तत्वों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है। उदाहरण के तौर पर स्प्राउट्स में नॉर्मल अनाज के मुकाबले बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन की मात्रा 10 गुना ज्यादा होती है। सिर्फ यही नहीं विटामिन ए की मात्रा दुगुनी होने के साथ इसमें विटामिन सी और मिनरल्स की मात्रा भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में ये डाइजेस्ट होने में भी काफी आसान हो जाता है। स्प्राउट्स की एक खासियत यह भी है कि आप इसे पकाकर खाने की बजाय कच्चा भी खा सकती हैं। दोनों स्वरूपों में इसके पौष्टिक गुण बरकरार रहते हैं। भारतीय घरों में आम तौर पर कई तरह के स्प्राउट्स बनाए जाते रहे हैं। इनमें मूंग, मटकी, चना, गेहूं, मूली, सूरजमुखी के बीजों के साथ अन्य बीजों को भी अंकुरित किए जाने की परंपरा रही है।
इनके स्प्राउट्स हैं पोषण का खजाना
मूंग से बने स्प्राउट्स, करीब-करीब हर प्रांत और राज्यों में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अनोखे स्वाद के कारण इसे हर जगह अलग-अलग तरीकों से बनाया जाता है। प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ए, सी, डी, ई और के के साथ पोटेशियम फोलेट, कॉपर और जिंक जैसे मिनरल्स से भरपूर मूंग को अपने खान-पान में जगह देकर आप दिल की बीमारियों के साथ डायबिटीज, कैंसर और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से अपनी सुरक्षा कर सकती हैं। इसके अलावा मूली का स्प्राउट्स, विटामिन ए, बी, सी, ई और के के साथ अमीनो एसिड से भरपूर होता है, जो वजन कम करने में सहायक है। इसके अलावा मूली में मौजूद लिग्निन, आपको कैंसर से लड़ने में मददगार साबित हो सकता है। सिर्फ यही नहीं अमीनो एसिड, विटामिन डी और ई, कैल्शियम, मिनरल्स के साथ फाइटोन्यूट्रिएंट्स का अच्छा स्रोत सूरजमुखी के स्प्राउट्स से सेवन से शरीर में आश्चर्यजनक लाभ नजर आए हैं।
स्प्राउट्स खाने के नुकसान
इसमें दो राय नहीं कि पोषक तत्वों से भरपूर स्प्राउट्स हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। पोषक तत्वों से भरपूर स्प्राउट्स को कच्चा खाना कई बार डाइजेशन की परेशानियों को बढ़ा देता है। दरअसल अनाजों और दालों को अंकुरित करने के लिए गर्म और नमी की जरूरत होती है, जिसमें कई बैक्टीरिया भी पनप जाते हैं। ऐसे में उन्हें खाने से ई कोली और साल्मोनेला जैसे इंफेक्शंस होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। इसके अलावा बाजारों में मिलनेवाले स्प्राउट्स सेहत के लिए बिल्कुल फायदेमंद नहीं होते, क्योंकि उनकी पैकेजिंग के दौरान स्वच्छता का बिल्कुल ख्याल नहीं रखा जाता, जिससे पेट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि जहां तक संभव हो अपने घर में बने स्प्राउट्स का ही सेवन करें। इसके अलावा उन्हें अंकुरित करने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें। इसके लिए अनाज या दालों को दो पानी से धोकर उन्हें भिगोएं और भीग जाने के बाद अंकुरित करने के लिए एक ही कपड़े में लगातार बांधकर रखने की बजाय हर रोज पानी से उसे धोकर फिर उसमें अनाज बांधें। और इन सबमें सबसे जरूरी बात स्प्राउट्स के पोषक तत्वों का आनंद लेने के साथ आप उन्हें अपने स्वास्थ्य अनुकूल बनाने के लिए सलाद के तौर पर कच्चा खाने की बजाय पकाकर खाएं। आप इसे हल्के नमक के साथ उबालकर, भाप में पकाकर या ओवन में भूनकर भी खा सकती हैं।