आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कुछ फूल सिर्फ सजाने के अलावा खाने योग्य भी होते हैं और उनके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ फूलों के बारे में जिनका उपयोग भोजन में किया जाता है।
गुलाब
गुलाब की पंखुड़ियां ऐंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं और पाचन में सहायक होती हैं। गुलकंद या गुलाब की चाय के रूप में इसका सेवन किया जाता है, जो शरीर को ठंडक प्रदान करता है।
गेंदा
गेंदा, जिसे मैरीगोल्ड भी कहते हैं, का फूल ऐंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है और इसमें ऐंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं। इसे सलाद में मिलाया जाता है या चाय के रूप में सेवन किया जाता है।
लेवेंडर
लेवेंडर का फूल तनाव को कम करने, नींद में सुधार और पाचन में सहायता करने में लाभकारी है। लेवेंडर टी या इसे बेकिंग में प्रयोग करते हैं।
कैमोमाइल
कैमोमाइल का फूल मानसिक शांति और नींद को बढ़ावा देता है। इसका सेवन चाय के रूप में बहुत लोकप्रिय है और यह पाचन समस्याओं में भी लाभदायक है।
हिबिस्कस
हिबिस्कस की चाय (जिसे गुड़हल चाय भी कहा जाता है) में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक है।
बनफशा (वायलेट)
बनफशा का फूल ऐंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और इसमें विटामिन ए और सी भी होते हैं। इसका सेवन सलाद में या चाय के रूप में किया जाता है।
मॉर्निंग ग्लोरी
यह पाचन को बेहतर बनाने और भूख को कम करने में सहायक है।
सूरजमुखी
सूरजमुखी के फूलों की पंखुड़ियां हल्की मिठास लिए होती हैं और इनमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी हैं।
जैस्मिन (मोगरा)
जैस्मिन का फूल अपनी सुगंध और शांति प्रदान करने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। इसकी चाय तनाव कम करने और मन को शांत करने में मदद करती है।
स्नैपड्रैगन
स्नैपड्रैगन का हल्का स्वाद सलाद में ताजगी और सुंदरता को जोड़ता है। यह खाने में सुरक्षित है और इसका प्रयोग रंगीन सलाद मे होता है।
बेसिल फूल (तुलसी के फूल)
तुलसी के फूल पाचन और इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक हैं। इन्हें चाय, सलाद या सूप में डालकर खाया जाता है। स्वाद में कड़वे, लेकिन ताजगी में तुलसी के फूलों का कोई जवाब नही है।
पुदीना के फूल
पुदीना के छोटे, गुलाबी या बैंगनी रंग के फूल ठंडक प्रदान करते हैं और पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं। इन्हें सलाद, चाय, या डेसर्ट में इस्तेमाल किया जाता है।
बेगोनिया
बेगोनिया के फूल खट्टे स्वाद वाले होते हैं और इन्हें सलाद, सूप, या डेसर्ट में इस्तेमाल किया जाता है। इनमें विटामिन सी की मात्रा अच्छी होती है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
मोरिंगा (सहजन के फूल)
सहजन के फूल प्रोटीन और विटामिन से भरपूर होते हैं और इनमें ऐंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। इन्हें सब्जियों में या पकौड़ों के रूप में खाया जाता है।
नेस्तर्शियम
यह फूल तीखा और हल्का कड़वा होता है, जो सलाद में जायके को अच्छा बैलेंस करता है। इसमें विटामिन सी और ऐंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।
एलोवेरा के फूल
एलोवेरा के फूल के सेवन से त्वचा और पाचन में लाभ होता है। इनका उपयोग सब्जियों में किया जाता है, लेकिन इन्हें कम मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
सौंफ के फूल (Fennel)
सौंफ के पीले फूलों में मीठा और हल्का मसालेदार स्वाद होता है। ये पाचन में सहायक होते हैं और सलाद या सूप में एक अच्छा जोड़ बनाते हैं।
डेंडेलियन (सिंहपर्णी)
इसके फूल पाचन तंत्र के लिए लाभकारी माने जाते हैं। इनका हल्का मीठा स्वाद होता है और ये सलाद, चाय और जैम में इस्तेमाल होते हैं।
हनीसकल
हनीसकल के फूल मीठे होते हैं और इन्हें सीधे खाया जा सकता है। इनका उपयोग शरबत और सिरप बनाने में भी किया जाता है।
लिलैक
लिलैक का हल्का फूलदार स्वाद होता है, जिसका इस्तेमाल बेकिंग में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इनसे मिठाई, सलाद और सिरप तैयार किए जाते हैं और यह एक अच्छा ऐंटीऑक्सीडेंट स्रोत भी है।
चेतावनी
इन फूलों को विभिन्न व्यंजनों में मिलाकर प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि हर किसी के शरीर पर फूलों का प्रभाव अलग हो सकता है। किसी भी फूल का प्रयोग पहली बार करने से पहले थोड़ा-थोड़ा मात्रा में सेवन करना उचित है। इसके अलावा फूलों को इस्तेमाल करने से पहले यह भी जान लें कि उन पर पेस्टीसाइड्स का इस्तेमाल न किया गया हो।