दिवाली के खत्म होने के साथ ठंड का आगमन भी हमारे जीवन में हो चुका है। ठंड आने के साथ खान-पान से जुड़ी कई चीजों से सजग होना पड़ता है। हमें यह पता नहीं होता कि कौन- सी सब्जी या फिर कौन-सा फल खाना हमें अंदरूनी तौर पर ऊर्जा देगा। ठंड का मौसम कहीं न कहीं हमें गर्मी से राहत देती है, लेकिन इसके साथ शुष्क त्वचा, फटे होंठ और पैर के साथ सर्दी और खांस जैसी स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां भी लेकर आती है, लेकिन एक अच्छे आहार प्रक्रिया के साथ आप ठंड के मौसम में खुद की जीवनशैली को सेहतमंद रख सकती हैं। ठंड में आखिर किस तरह अपने खान-पान की योजना बनानी चाहिए, इस बारे में हमारा मार्गदर्शन करते हुए विस्तार से बता रही हैं, गुजरात के न्यूट्रीवेंचर स्पेशिलिटी न्यूट्रिशन क्लिनिक की संस्थापक डायटिशियन एवं न्यूट्रिशियन अमिता तांबेकर।
मौसमी सब्जी और फल
अमिता का कहना है कि हम भाग्यशाली हैं कि हमें मौसमी फल और सब्जियां मिली हैं, जो हमें वही पोषण और लाभ प्रदान करती है, जो सर्दियों में हमारे लिए आवश्यक है। अमिता का कहना है कि ठंड के मौसम में मौसमी सब्जी और फलों का सेवन अवश्य करना चाहिए। इस मौसम में मुंह के स्वाद के साथ स्वास्थ्य का स्वाद बढ़ाने के लिए सुरती पापड़ी, सहजन की पत्तियां, पालक, गाजर, मुली, चौली, ताजा चना, हरी लहसुन और सरसों की पत्तियों के साथ हरी सब्जियों पर ध्यान रखना चाहिए। इनमें मौजूद बीटा कैरोटीन, आइसोथियोसाइनेट्स, इंडोल्स, विटामिन सी जैसे बायोएक्टिव यौगिक हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा दे सकते हैं और सर्दी के साथ खांसी जैसे रोगों से हमारी सुरक्षा करने में सहायक होते हैं। इसके साथ ही बैंगनी, रतालू, चुकंदर और शकरकंद जैसी जड़ वाली सब्जियां हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करती हैं।
आंवला भी ठंड के लिए जरूरी
आंवला में विटामिन सी का सबसे अधिक होता है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। साथ ही आंवला में मौजूद कई तरह के पदार्थों के कारण पाचन में मदद मिलती है। साथ ही यह त्वचा और बालों के रोम में रक्त प्रवाह में भी सुधार करता है, जो शुष्क त्वचा और रुसी को रोकता है। संतरे और अमरूद जैसे खट्टे फल भी एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते, जो संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं।
सूखे मेवे ( ड्राई फ्रूट्स)
अपने खाने में सूखे मेवे ड्राई फ्रूट्स को भी जरूर शामिल करें। बादाम, मूंगफली और अखरोट जैसे सूखे मेवे में फैटी एसिड होता है, जो कि शरीर को अंदरूनी तौर पर गर्मी प्रदान करता है। हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए तिल जैसे बीज में कैल्शियम,आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो कि बीमारियों को दूर रखने और पाचन में सुधार करने के साथ शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है।
गर्म सूप और लेमन ग्रास चाय
सूप ठंड के मौसम में शरीर को अंदरूनी तौर पर गर्म रखने का अच्छा पर्याय है। ठंड के मौसम में चाय का भी सेवन अधिक होता है। लेमन ग्रास में सिट्रल नाम का तत्व होता है, जो हमें फ्लू और सर्दी के संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन यह भी याद रखें कि ठंड के मौसम में भूख अधिक लगती है, इसलिए किसी भी चीज का सेवन अधिक न करें। अत्यधिक सेवन से आप अतिरिक्त कैलोरी का उपयोग कर सकते है, जिससे वजन बढ़ सकता है और पाचन तंत्र पर भी इसका असर पड़ता है। सर्दियों में लड्डू और गजक के सेवन पर नियंत्रण रखें।
प्रोटीन शामिल करें
ठंड के मौसम में अधिक भूख लगने से खाने में नियंत्रण रखना कठिन हो जाता है। इसलिए आहार में प्रोटीन को शामिल करें। बाहर के खान-पान से दूरी बनाएं। प्रोटीन युक्त भोजन करने से शरीर में कम चीनी जाने से भूख को रोका जा सकता है। ठंड में प्यास भी कम लगती है, लेकिन इसका ध्यान दें और पानी को पीना न भूलें। कहीं पर भी बाहर जाएं, तो अपने पास पानी की बोतल जरूर रखें।