गुणों की खान कमल ककड़ी, खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है, उतनी ही पोषण से भरपूर भी होती है। वजन कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने में इसकी भूमिका बेहद प्रभावशाली है। तो आइए डाइटीशियन देबोस्मिता दत्ता से जानते हैं कमल ककड़ी के स्वास्थ्यवर्धक गुण।
गुणों की खान है कमल ककड़ी

विटामिन-सी, पोटेशियम, फॉस्फोरस, कार्बोहाइड्रेट, स्टार्च, फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर कमल ककड़ी का सेवन कई तरीकों से किया जाता है। कहीं इसकी सब्जी बनती है, तो कहीं इसका अचार। कहीं इसके चिप्स चाव से खाए जाते हैं, तो कहीं इसका इस्तेमाल सूप और सलाद बनाने में किया जाता है। बेहिसाब स्वाद से भरपूर कमल ककड़ी सेहत से भी भरपूर है। डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और दस्त जैसी समस्याओं में प्रभावी कमल ककड़ी एनीमिया के रोगियों के साथ वजन कम करनेवालों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। गौरतलब है कि विटामिन-सी से भरपूर कमल ककड़ी जहां आपकी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के गुण रखता है, वहीं ये आपके शरीर में आयरन एब्सोर्ब करने की क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे हीमोग्लोबिन का प्रोडक्शन बढ़ता है और शरीर के दूसरे अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचने में आसानी होती है।
एनीमिया के साथ ब्लड प्रेशर को भी करे कंट्रोल
कमल ककड़ी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को दूर करने के साथ-साथ खून की कमी को भी दूर करते हैं। विशेष रूप से कमल ककड़ी में मौजूद आयरन और कॉपर की भरपूर मात्रा से शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी नहीं होती, जिससे अनिमिया का खतरा कम होता है। इसके साथ ही कमल ककड़ी खाने से ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है। इसके अलावा कमल ककड़ी में ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के भी गुण होते हैं। यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को कमल ककड़ी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। कमल ककड़ी पोटेशियम का भी रिच सोर्स है। जो शरीर में बह रहे खून के अलग अलग कंपोनेंट्स के बीच बैलेंस बना कर रखता है। पोटेशियम से ब्लड वेसेल्स भी नॉर्मल रहते हैं और इसका सीधा असर ब्लड प्रेशर पर पड़ता है।
विटामिन-बी और सी से भरपूर कमल ककड़ी रखे डाइजेशन को भी दुरुस्त

कमल ककड़ी में विटामिन-सी और विटामिन-बी की भी भरपूर मात्रा होती है, जिससे बालों के पोषण के साथ ग्लोइंग स्किन में काफी मदद मिलती है। विटामिन-सी के कारण ही ये आपके शरीर की इम्युनिटी को मजबूत रखता है, जिससे मौसमी बीमारियां ही नहीं, कई बीमारियां कोसों दूर रहती हैं। हालांकि कमल ककड़ी में फाइबर्स भी भरपूर होते हैं, जिससे आपकी कॉन्स्टिपेशन की परेशानी भी हल होती है और बाउल मूवमेंट भी रेग्यूलर होते हैं। सिर्फ यही नहीं डाइजेशन और पेट से जुड़ी समस्याओं के साथ ये डायरिया में भी बेहद कारगर है, क्योंकि इसमें एंटी-डायरिया वाले गुण भी पाए जाते हैं। सो अगली बार जब आपका पेट खराब हो तो इस सब्जी को एक बार जरूर ट्राई करें।
मेंटल फिटनेस को मजबूत कर, टेंशन और स्ट्रेस को भगाए दूर
कमल ककड़ी में विटामिन-बी और डी के साथ पायरोडॉक्सीन भी पाया जाता है, जो आपके मेंटल फिटनेस के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा ये आपके टेंशन, स्ट्रेस, चिड़चिड़ेपन और सिर दर्द को दूर भगाकर कमजोर याद्दाश्त को भी मजबूत करता है। विशेष रूप से भरपूर मात्रा में मौजूद विटामिन-डी, न्यूरल रिसेप्टर्स के साथ मिलकर मूड को कंट्रोल करता है और इसके सही मात्रा में होने पर आप सिर दर्द और स्ट्रेस से कोसों दूर रहती हैं। इसके अलावा इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और फाइबर से भरपूर होने के कारण इसे खाने से लंबे समय तक आपको भूख का एहसास नहीं होता। साथ ही ये आपके मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है, जिससे वजन कम करने में आपको काफी मदद मिलती है।
इसे खाने से पहले कंसल्टेशन है जरूरी

वजन कम करने में प्रभावी कमल ककड़ी को आप उबालकर सब्जी, सूप या सलाद के तौर पर खा सकती हैं, लेकिन चिप्स के तौर पर इसे स्टर फ्राई या डीप फ्राई न करें। हालांकि यदि आप चाहें तो एयरफ्रायर की मदद से चिप्स बना सकती हैं, बशर्ते उसमें आप मसालों का ज्यादा इस्तेमाल न करें। ये बात जानकर आपको हैरानी होगी कि तेल और मसाले के साथ मिलकर कमल ककड़ी अपना गुण खो देते हैं, ऐसे में ये वजन घटाने की बजाय बढ़ा देते हैं। हालांकि कमल ककड़ी खाने के बाद कुछ लोगों को स्किन एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में कमल ककड़ी का सेवन करने से पहले अपनी डाइटीशियन से कॉन्टैक्ट करें। इसके अलावा प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीड करवाने वाली महिलाएं भी कमल ककड़ी का सेवन करने से पहले अपनी डाइटिशियन या डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें।