मखाना एक पारंपरिक भारतीय खाद्य है,जिसे असंख्य अच्छे स्वास्थ्य लाभों से जोड़ा गया है। बादाम, काजू और अन्य सूखे मेवों जैसे बीजों की तुलना में,मखाना का पोषण मूल्य अधिक है, और मखाना खाने के कई फायदे हैं। आइए जानते हैं उसके कुछ खास फायदों के बारे में।
वजन को करता है नियंत्रित
यह बात सर्वविदित है कि हमारा वजन हमारी जीवनशैली पर निर्भर करता है। लगभग 20 प्रतिशत वजन वर्कआउट और शारीरिक गतिविधि के कारण घटता है और 80 प्रतिशत हमारे आहार पर निर्भर करता है। इस दौरान खानपान में पहली चीज जो हमारी सूची में आती है वह है अधिक प्रोटीन शामिल करना और वसा और कार्बोहाइड्रेट से बचना। मखाना एक बेहतरीन कम कैलोरी वाला ब्रेकफास्ट हो सकता है। इसमें सैचुरेटेड फैट बेहद कम होती है, जो इसे अन्य स्नैक्स की तुलना में स्वस्थ बनाती है। उच्च फाइबर और कम वसा होने के कारण मखाना मेटाबोलिज्म में मदद करता है, जिससे आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है और आपको जल्दी भूख नहीं लगती है।
ब्लड में शुगर को रखता है कंट्रोल
मखाने की प्रमुख विशेषताओं में से एक इसका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) है। कम जीआई वाले खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे पचते और अवशोषित होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड में शुगर के स्तर में अचानक वृद्धि होने के बजाय धीरे-धीरे वृद्धि होती है। यह विशेषता मखाने को मधुमेह रोगियों के लिए एक आदर्श फूड बनाती है, जिन्हें ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
ब्लड प्रेशर को भी करता है नियंत्रित
मखाने में सोडियम की कम मात्रा और पोटैशियम की उच्च मात्रा हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में हाइपरटेंशन को कम करने में मदद करती है। कम सोडियम रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करता है। मखानों में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में रक्त और ऑक्सीजन की क्वालिटी में सुधार करने में मदद करता है। इससे हार्ट हेल्दी रहता है।
पाचन तंत्र को रखता है स्वस्थ
शोध में कहा गया है कि मखाने का नियमित सेवन कब्ज से बचाता है और पाचन को नियंत्रित करता है। इसका हाई फाइबर कब्ज, ब्लोटिंग और सूजन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं को रोकता है।मखाना शरीर से अतिरिक्त सोडियम और पानी को बाहर निकालने में भी मदद करता है। यह गैस्ट्रिटिस और ब्लीडिंग डिसऑर्डर जैसी अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के लक्षणों को भी रोक और नियंत्रित कर सकता है। ये किडनी और हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं।
हड्डियों की मजबूती में सुधार करता है
मखाना कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। कैल्शियम हड्डियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखता है।
बालों को भी देता है मजबूती
स्वस्थ और घने बालों के लिए सिर्फ बालों में अच्छा महंगा तेल और शैम्पू ही नहीं बल्कि खानपान पर भी ध्यान देना चाहिए। दिनचर्या में पोषक तत्वों से भरपूर स्वस्थ आहार शामिल होना चाहिए। केवल अपने आहार में मखाना शामिल करके, आप बालों का झड़ना रोक सकती हैं, समय से पहले बालों का सफेद होना रोक सकती हैं, रूसी कम कर सकती हैं और बालों के विकास को बढ़ावा दे सकती हैं। दरअसल, मखाने में प्रोटीन, आयरन और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं, बालों के रोम को मजबूत करते हैं और बालों की बनावट में सुधार करते हैं।
स्किन को बनाता है क्लियर और ग्लोइंग
मखाने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं, जिससे यह समय से पहले उम्र बढ़ने के खतरे को कम करते हैं और चमकदार त्वचा को बढ़ावा देते हैं। इसके हाइड्रेटिंग गुण त्वचा की नमी के स्तर को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। इसके साथ ही अगर आप मुहांसों से परेशान हैं, तो रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि मुंहासे के इलाज के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन- ए और जिंक का दैनिक सेवन फायदेमंद साबित होता है और मखाने में ये सभी चीजें मौजूद होती हैं।
कॉग्निटिव के फंक्शन को बेहतर करता है
मखाने में थायमिन अच्छी मात्रा में होता है। नियमित सेवन कॉग्निटिव के फंक्शन (संज्ञानात्मक कार्य ) को बेहतर बनाने में मदद करता है और एसिटाइलकोलाइन उत्पन्न करता है। परिणामस्वरूप, यह न्यूरोट्रांसमिशन की प्रक्रिया में योगदान देता है
डायरिया में फायदेमंद
मखाना का उपयोग डायरिया के इलाज और रोकथाम के लिए पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है। शोध में कहा गया है कि मखाने में एक मजबूत कसैला गुण होता है, जो डायरिया के मरीजों के लिए बेहद फायदा पहुंचाता है। साथ ही अपने हाई आयरन कंटेंट कारण,मखाना एनीमिया से जूझ रही महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी हैं। कम आयरन स्तर वाली महिलाओं को इसका हर दिन नियमित रूप से सेवन करना चाहिए और फर्क उन्हें कुछ ही दिनों में दिख जाएगा।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
एक दिन में कितना मखाना खाया जा सकता है ?
अपने वजन को कम करने या बनाए रखने के लिए मखाने का पूरे दिन में सेवन 30 से 50 ग्राम तक रखें। इसमें विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा वजन घटाने, शुगर को कंट्रोल करने और हार्ट को हल्दी रखने और उम्र बढ़ने की गति को धीमा करने में सुधार कर सकती है।
क्या रात में मखानों को खाया जा सकता है ?
हां, आप इसे रात में खा सकते हैं,लेकिन आपको इसे सोने से 2 घंटे पहले खाना होगा। यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक नहीं होगा, लेकिन बेहतर यह है कि आप इसे लंच के बाद खाएं, क्योंकि आपकी सेहत के लिए सही समय पर खाना खाना सबसे अच्छा है और सबसे सही समय शाम के वक्त होता है।
क्या मखाना खाने के साइड इफेक्ट्स भी हैं ?
सभी को पता है कि अति हर चीज की बुरी होती है।मखाना भी इससे अछूता नहीं है। इसके अधिक सेवन से कब्ज, सूजन या पेट फूलने की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली मांओं को मखाने का सेवन करते समय थोड़ा सावधान रहना चाहिए। दरअसल, इसके अधिक सेवन से शरीर में अत्यधिक गर्मी पैदा हो सकती है,जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है।
क्या मखानों को रेफ्रिजरेटर में स्टोर करके रखा जा सकता है ?
मखाना को रेफ्रिजरेटर में स्टोर नहीं किया जाना, चाहिए क्योंकि यह नमी को अवशोषित कर सकता है और गीला हो सकता है। मखाना को एयर टाइट कंटेनर या पैकेट रखकर नार्मल टेंपरेचर में रखना एक अच्छा ऑप्शन है।
क्या मखाना एक्सपायर हो सकता है ?
हां, मखाना खरीदते समय,एक्सपायरी डेट और उसकी गुणवत्ता को चेक करना महत्वपूर्ण है। हरेक पैकेज्ड फूड की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट होती है और मखाना भी इसमें अपवाद नहीं है। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके द्वारा चुने गए ब्रांड की शेल्फ लाइफ लंबी हो, ताकि लंबे समय तक ताजगी बनी रहे और आप बेहिचक अपनी डायट में रोजाना शामिल कर सकें।
किस तरह से यह पता लगाया जा सकता है कि मखाना खराब हो गया है ?
खराब होने के लक्षण की बात करें तो अगर उसमें से बासी गंध आने लगे या फिर आपको मखानों की रंगत में फर्क दिखने लगे तो उसे तुरंत खाना बंद कर दें। वैसे मखाने की सेल्फ लाइफ बढ़ाये रखने के लिए उन्हें सीधी धूप, नमी और गर्मी से दूर रखें और उन्हें हमेशा एयरटाइट कंटेनर में रखें। इससे वह काफी समय तक हेल्दी बने रहेंगे।
क्या मखाना शाकाहारी लोगों के लिए बेस्ट ब्रेकफास्ट है ?
हां, मखाना शाकाहारी लोगों के लिए एक आदर्श ब्रेकफास्ट है क्योंकि यह प्लांट बेस्ड होता है और इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन, जिंक, फाइबर और फॉस्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं।
क्या मखाने को दूध के साथ मिलाकर पीना बेहतरीन विकल्प है ?
हां, अगर दूध को मखाना के साथ मिलाया जाए तो यह बेहद स्वास्थ्यवर्धक भी हो सकता है। यह कई स्वास्थ्य लाभों के साथ एक बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक हेल्दी ड्रिंक है। दूध और मखाना दोनों में अनहेल्दी फैट और कैलोरी बेहद कम मात्रा में होती है।
क्या मखाने को पानी में भिगोकर भी खाना फायदेमंद हो सकता है ?
हां खाने से पहले सूखे मखाने को पानी में भिगोने से हाइड्रेशन में मदद मिल सकती है और मखाने को डाइजेस्ट करना औरआसान हो सकता है। वैसे पोषक तत्वों से भरपूर सूखा मखाना भी प्रोटीन, फाइबर और आवश्यक खनिजों का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर को बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट देता है।
भुना या सूखा दोनों में से कौन-सा मखाना सबसे ज्यादा लाभकारी होता है ?
भुने और सूखे मखाने दोनों ही हेल्थ को बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाते हैं, जिससे वे हेल्दी डाइट में बहुत ही ज्यादा फायदेमंद देते हैं। भुना हुआ मखाना स्वादिष्ट, कम कैलोरी वाले ब्रेकफास्ट के लिए एक बढ़िया विकल्प है, जो पचाने में आसान है और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है दूसरी ओर सूखा मखाना में भी अधिकतम पोषक तत्व मौजूद रहते हैं।