फल में सेहत का खजाना है, लेकिन अगर आपको यह नहीं पता कि इस सेहत की खजाने की चाबी का इस्तेमाल कैसे करना है, तो एक पौष्टिक फल भी आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। जानकार भी इस बात की सलाह देते हैं कि कौन-सा फल किस वक्त और कैसे खाना चाहिए। याद रखें कि फल खाने के भी नियम और तरीके हैं। आइए जानते हैं इस विषय में विस्तार से।
24 घंटे में तीन फल न खाएं
यह तरीका सही नहीं है कि आप अपने खाने की थाली में कई प्रकार के फलों को सजा कर खाना शुरू कर दें। जानकारों के मुताबिक एक दिन में 2 से अधिक फल का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं दो फलों को एक साथ मिलाकर सेवन करने से भी परहेज करें, क्योंकि कई बार शरीर में यह अपच और दूसरी सेहत से जुड़ी परेशानी पैदा कर सकता है।
कितना फल खा रहे हैं, इसे याद रखना
फलों के साथ ओवरइटिंग का तरीका नहीं अपनाएं। कई लोग सोचते हैं कि भोजन में अन्न का सेवन करने के बदले, क्यों न पेट भरके फल का सेवन कर लिया जाए, लेकिन ऐसा करना जानकारों के मुताबिक सही तरीक नहीं माना गया है। फलों को अधिक मात्रा में खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का जोखिम रहता है।
फल खाने का सही समय
जिस तरह से खाने का एक नियम है, ठीक इसी तरह से फलों का सेवन भी सही समय पर करना चाहिए। अगर फलों का सेवन सही समय पर नहीं हुआ, तो यह आपके शरीर को किसी भी तरह का फायदा नहीं पहुंचाएगा। आयुर्वेद के अनुसार फल खाने का सही समय शाम को 4 बजे से पहले है। रात में फल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पेट में भारीपन और नींद नहीं आने की समस्या भी हो सकती है।
फल का जूस पीने से बचिए
फलों का जूस पीने से शरीर में केवल पानी की कमी पूरी होती है, आपको फल का पूरा लाभ नहीं मिलता है। इससे बेहतर यही माना गया है कि आप फलों को साफ पानी से अच्छी तरह से साफ करके उसका सेवन करें। माना गया है कि फलों का जूस पीने से उसमें मौजूद फाइबर, विटामिन्स भी छिलके और फलों के गूंथे के साथ कचरे में पहुंच जाता है और आपको फल का सेवन करने से कोई भी लाभ नहीं मिलता है।
फल खाने के पहले इसे खाना जरूरी
जानकारों के अनुसार फल खाने से पहले मेवे (ड्राई फ्रूट्स) का सेवन करना चाहिए। इससे शुगर संतुलित रहता है। साथ ही आप फल की ओवरइटिंग करने से भी खुद को सुरक्षित रख पाती हैं और फलों के साथ मेवे खाने से भी आपके शरीर को पोषक तत्व अधिक मात्रा में मिलता है।