ढ़ेर सारे फलों का सेवन करने के अनगिनत फायदे हैं, क्योंकि फलों में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के बेहतर कामकाज के लिए बहुत जरूरी होते हैं, लेकिन पपीता एक ऐसा फल है, जिसमें ढ़ेर सारे फलों का गुण अकेले ही मौजूद है। सिर्फ पपीते को अपनी डाइट में जोड़कर हम ढ़ेर सारी बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। आइए जानते हैं पपीते के ढ़ेर सारे फायदों के बारे में।
पपीता पाचन में लाता है सुधार
पपीते में पानी और फाइबर की भरपूर होती है, जिस वजह से यह पाचन में बहुत सहायक होता है। पपीते में कई एंजाइम भी होते हैं, जो खाद्य पदार्थों को तोड़ने में मदद करते हैं और पाचन तंत्र को प्रभावित करने वाले ऊतकों की रक्षा भी करते हैं। पपीते में पैपन जैसे एंजाइम होते हैं, जो पाचन क्रिया के अहम गैस्ट्रिक एसिड के स्त्राव को बढ़ने में काफी अहम होते हैं। ये पोषक तत्व बैक्टीरिया को भी बाहर निकालने में मददगार होते हैं। जो पेट की पाचन तंत्र को और बेहतर बनाता है। एक शोध में कहा गया है कि जिन लोगों को पेट में होने वाली बीमारी आईबीएस होती है। उनके लिए भी पपीता काफी फायदेमंद होता है। विशेषज्ञों की मानें तो भोजन से एक घंटे पहले या बाद में पपीता खाने से स्वस्थ पाचन में बहुत सहायता मिल सकती है।
दिल का भी रखता है ख्याल
भारत में दिल के मरीजों की संख्या दिन बी दिन बढ़ती जा रही है। हाल के समय में हार्ट अटैक की समस्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। अगर आप ये सोचती हैं कि महिलाओं को हृदय रोग से जुड़ी बीमारियों के चांसेज बहुत कम हैं, तो आप बहुत गलतफहमी में हैं। आज से आप अपने दिल का ख्याल रखना शुरू कर दीजिए। इसी का पहला कदम पपीते को अपने खान -पान में शामिल करना हो सकता है। अगर आप पपीते को हर
दिन अपनी डायट में शामिल करती हैं , तो आप हृदय रोगों से खुद को बचा सकती हैं। इसमें मौजूद लाइकोपीन और विटामिन सी दिल से जुड़ी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। इस फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट एलडीएल कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी काम करने का काम करता है। रिसर्च की मानें तो लगातार 14 सप्ताह तक पपीते का सेवन करने के बाद ही हृदय रोगों में आप लाभ महसूस करने लगती हैं।
इम्यून सिस्टम मजबूत बने में मददगार
कोविड के दौर ने हमें हमारे इम्यून सिस्टम की अहमियत को समझाया है। इससे पहले हम न सिर्फ इसके बारे में कम जानकारी रखते थे, बल्कि इसके केयर करने से भी कतराते थे। कोविड ने बताया कि खुद को रोगों से कोंसो दूर रखना है, तो इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग रखना होगा। पपीता में इसी इम्यून सिस्टम को बढ़ने के सबसे अहम तत्व मौजूद हैं। पपीता विटामिन ए, बी और सी और कैल्शियम, आयरन और फॉस्फोरस जैसे पोटैशियम से भरपूर होता है। ये न केवल हमारे शरीर को पैरासाइट, फंगस और इन्फेक्शन से बचाते हैं,बल्कि हमारी इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करते हैं। कुलमिलाकर अगर आप रोज पपीता खाती हैं, तो आपके बीमार होने की आशंका कम हो जाती है।
वजन घटाने में असरदार
वजन घटने के लिए पपीते को सबसे कारगर माना जाता है, क्योंकि इसमें कैलोरीज बहुत कम मात्रा में पाई जाती है। अगर आप ढाई सौ ग्राम पपीता भी खाएंगी, तो भी सत्तर से अस्सी कैलोरी ही आपकी बॉडी में जायेगी। पपीता कम कैलोरी के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट और खनिजों से भी भरपूर होता है। पपीता शरीर से न सिर्फ विषाक्त पदार्थों को निकालता है, बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी नियंत्रित करता है। कई शोधों में ये भी पता चला है कि वसा को अवशोषित करने से रोकने की क्षमता भी इसमें मौजूद होती है। जिस वजह से वजन बढ़ने और शरीर के फूलने की समस्या का समाधान होता है। आप अपने पूरे दिन के मील में अलग-अलग तरीके से अपने खान-पान में पपीते को शामिल कर अपने वजन में फर्क को महसूस कर सकती हैं।
कैंसर के खतरे को करता है कम
रोजाना उठाकर आप अगर पपीता खाएं तो यह आपको कैंसर में भी बहुत फायदा पहुंचा सकता है। जानकारों की मानें, तो यह कैंसर के रिस्क को कम कर देता है, क्योंकि पपीते के बीज में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो मजबूत एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। वे आपके शरीर को कई प्रकार के कैंसर से बचाते हैं। पपीते को अपना चमकीला नारंगी रंग लाइकोपीन की मौजूदगी से मिलता है, जो प्रॉस्टेट कैंसर के जोखिम को कम करने में कारगर होता है। लाइकोपीन के अलावा पपीता में बीटा कैरोटीन एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद रहता है, जो कैंसर से लड़ने में फायदेमंद होता है।
बुढ़ापे को रखता है दूर
युवा दिखाना हर किसी की ख्वाहिश होती है। इसके लिए बाजार कई कीमती ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट से भरा पड़ा हुआ है, जो काम महंगे ब्यूटी ट्रीटमेंट करते हैं। वही काम गुणकारी पपीता भी कर सकता है। पपीते में अल्फा-हाइड्रोक्सी एसिड (एएचए) प्रचुर मात्रा में होता है। यह एक ऐसा तत्व होता है, जो त्वचा को चमकदार, मोटा और चिकना बनाता है। त्वचा की फ्लेक्सबिलिटी बढ़ाने के लिए पपीता जरूर खाएं, क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा कम होने के कारण यह त्वचा को हाइड्रेट कर सकता है। यहां तक कि पपीते के छिलके में भी एंजाइम होते हैं, जिन्हें त्वचा की डेड स्किन, झाइयां और बढ़ती उम्र में बढ़ने वाले धब्बों को हटाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
इन रेसिपीज के साथ पपीता को शामिल करें अपनी डायट में
पपीता फायदों से भरपूर है। इसे अपने डायट में शामिल करने का सबसे आसान तरीका है कि आप कच्चे या पक्के पपीते के छिलके को हटाकर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर खा लें, लेकिन हमेशा पपीते को काटकर डायट में शामिल कर लेने से थोड़े समय के बाद उबाऊ हो सकता है। आइए जानते हैं, उन तरीकों के बारे में जिससे हम इस हेल्दी फ्रूट को टेस्टी बनाकर अपने डायट में अलग-अलग तरह से हर दिन शामिल कर सकती हैं।
पपीते का जूस
सामग्री:
आधा पका हुआ पपीता, एक छोटा ग्लास दूध, पांच से छह इलाइची को पीसकर पाउडर बना लें, थोड़ी सी बर्फ और सजावट के लिए कटे हुए काजू बादाम।
विधि :
सबसे पहले पपीते को छिलकर उसे मिक्सी में पीस लेंगे। उसके बाद उसमें पीसी हुई इलाइची दूध और बर्फ डालकर भी पिसेंगे। उसके बाद उसे कटे काजू और बादाम के साथ गार्निंश कर सर्व करें।
पपीता सलाद
सामग्री
1 छोटा कप कद्दकस किया हुआ कच्चा पपीता,आधा कप भुनी हुई मूंगफली, आधा चम्मच निम्बू का रस, थोड़ा धनिया बारीक कटा हुआ, एक लाल मिर्च और आधा चम्मच चिली सॉस।
विधि
एक बाउल में कच्चे पपीते, भुनी हुई मूंगफली को मिला लें और निम्बू का रस भी डाल लें। उसमें फिर धनिया, लाल मिर्च और चिली सॉस डालें और आपका हेल्थ से भरपूर सलाद आपके खाने में शामिल करने के लिए तैयार है।
पपीते की स्मूदी
सामग्री
एक कप कटा हुआ पक्का पपीता, दो कप दूध, दो चम्मच नारियल पाउडर, दो चम्मच शहद और एक टुकड़ा अदरक
विधि
मिक्सर में पपीता, दूध, नारियल पाउडर, शहद और अदरक का टुकड़ा डाल कर उसे एक गाढ़े और स्मूथ पेस्ट बनने तक पीसेंगे। इस पेस्ट को एक कांच के ग्लास में डाल देंगे। उसके ऊपर बर्फ और आधा कप ठंडा दूध डालेंगे और तैयार है आपकी स्मूदी।
पपीते की सब्जी
सामग्री
आधा किलो कच्चा पपीता, दो टमाटर, दो हरी मिर्च, दो चम्मच खाने का तेल, एक टेबलस्पून जीरा, एक इंच अदरक, आधा टेबलस्पून हल्दी और लाल पीसी हुई मिर्च, एक छोटा चम्मच गरम मसाला, एक चम्मच धनिया पाउडर और चुटकी भर हींग, दो चम्मच बारीक कटा हुआ धनिया।
विधि
कच्चे पपीते को छिलकर छोटे -छोटे टुकड़ों में काट लें। एक मिक्सर में टमाटर, अदरक और हरी मिर्च का पेस्ट बना लें। अब गैस ऑन करके कड़ाही में तेल डालकर हींग और जीरा डालें। टमाटर, अदरक और मिर्च का पेस्ट उसमें डालें और उसे हल्का होने तक भूनें। भूनने के बाद उसमें उसमें लाल मिर्च, हल्दी और धनिया पाउडर भी डाल कर भुनिए, जब तक मसाले से तेल न निकलने लगे। उसके बाद उसमें कटे हुए पपीते को डाल कर भी थोड़ी देर तक चलाइए। उसमें फिर आधा कप पानी और स्वाद अनुसार नमक डालकर 15 मिनट तक ढंक कर छोड़ दीजिए। उसके बाद उसमें गरम मसाला और हरा धनिया कटा हुआ मिलाकर सर्व करें।
पपीते का हलवा
सामग्री
एक पपीता पका हुआ,आधा लीटर दूध, दो टेबलस्पून घी, आधा कप चीनी, आधा टेबलस्पून इलाइची पाउडर और सजावट के लिए कटे हुए काजू बादाम
विधि
एक कड़ाही में घी गर्म करने के बाद उसमें पपीते के छोटे -छोटे टुकड़े काटकर डाल दें। उसमें दूध डाल दें और दूध के सूखने तक उसे हल्की आंच में पकाए। उसमें चीनी डालकर भी थोड़े देर तक पकाए। उसके बाद उसमें इलाइची पाउडर और कटे हुए काजू बादाम डालकर परोसे।
कुल मिलाकर अपने स्वाद और सेहत के लिहाज से पपीता बहुत खास है। इसका रोजाना सेवन आपके लिए बेहद हेल्थी साबित हो सकता है, लेकिन अगर आप किसी रोग से ग्रसित हैं, तो पपीते का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। उसके बाद ही उसे अपनी खान -पान की हर दिन या नियमित रूटीन में शामिल करें।
पपीते से सेवन से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
पपीते को किस तरह से खाना सबसे ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है ?
फल को खाने का सबसे फायदेमंद तरीका इसे छिलका हटाकर खाना है। फिर भी, इसे डेसर्ट, सलाद और स्मूदी के रूप में भी खानपान में जोड़ इसके फायदों को हेल्थ के साथ जोड़ा जा सकता है।
वेट लॉस के लिए पपीता खाने का सबसे अच्छा समय क्या होता है ?
पपीता लौ कैलोरी वाले फलों में से हैं। सुबह नाश्ते में इसे शामिल करना आपके लिए हेल्थ और वेट दोनों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। शाम के स्नैक्स के तौर पर भी आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। आप मात्र 40 दिनों तक इसका इस्तेमाल कर अपने वजन में फर्क देख सकती हैं।
क्या गर्भवती महिलाओं को पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए ?
जी हां , इस फल से गर्भवती महिलाओं को बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि पपीते में मौजूद लेटेक्स की जल्दी प्रसव और गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकता है।
मधुमेह के रोगियों के लिए क्या यह फायदेमंद होता है?
मधुमेह के रोगियों के लिए इसके फायदे भरपूर है। बस इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि ज्यादा पका हुआ पपीता खाने से बचना चाहिए। आप दूकानदार को यह कह सकती हैं कि आपको ऐसा पपीता दें, जो एक -दो दिन बाद पके। दरअसल, यही पपीता मधुमेह के मरीजों को खाना चाहिए। थोड़ा-सा कच्चा पपीता बहुत फायदेमंद होता है।