आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कॉर्नफ्लेक्स झटपट और आसानी से बननेवाले हेल्दी नाश्ते का विकल्प बन चुका है. लेकिन क्या दूध में मिलाकर झटपट खाया जानेवाला यह ब्रेकफास्ट सचमुच हेल्दी है? आइए जानते हैं।
सेहत से भरपूर है कॉर्नफ्लेक्स?
एक लंबे समय से फाइबर से भरपूर कॉर्नफ्लेक्स का शुमार हेल्दी ब्रेकफास्ट के तौर पर किया जा रहा है। गौरतलब है कि बड़ों के साथ बच्चों के लिए भी इसकी सिफारिश करते देखा गया है और इसका उदाहरण है बच्चों को ध्यान में रखकर बनाए गए चॉकलेट फ्लेवर्ड कॉर्नफ्लेक्स। ऐसा माना जाता है कि विटामिन और खनिज से भरपूर कॉर्नफ्लेक्स से पेट भरने में न सिर्फ मदद मिलती है, बल्कि यह लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास भी कराता है। आम तौर पर कॉर्नफ्लेक्स का स्वाद नमकीन होता है और विभिन्न ब्रांडों के अनुसार उनमें नमक की मात्रा भी अलग-अलग होती है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या वो नमक आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है? क्या इनका रोजाना सेवन किया जाना आपके सेहत के लिए फायदेमंद है? हालांकि इस तरह के सवालों के साथ कई फ़ूड एक्सपर्ट्स और न्यूट्रिशनिस्ट भी अब इसे लेकर संदेह प्रकट करने लगे हैं।
कॉर्नफ्लेक्स में होते हैं एक्स्ट्रा शक्कर और नमक
आम तौर पर दूध के साथ खाए जानेवाले कॉर्नफ्लेक्स को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए उसे फ्रूट, ड्राईफ्रूट के साथ शहद जैसे वेरिएंट मिलाकर पोषण से भरपूर बताया जाता रहा है। यह भी कहा जाता रहा है कि इनमें फैट न के बराबर होता है, लेकिन सच तो यह है कि इसमें रहनेवाले अतिरिक्त शक्कर और नमक आपकी सेहत के लिए बिल्कुल फायदेमंद नहीं हैं। हालांकि अब हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी यह मान लिया है कि कॉर्नफ्लेक्स में न सिर्फ फाइबर, बल्कि पोषक तत्व भी कम होते हैं। यही वजह है कि इसको खाते ही पेट भरने का एहसास होता है, लेकिन जल्दी ही भूख भी लग जाती है। इससे यह साबित होता है कि यह एक आदर्श ब्रेकफास्ट नहीं है। फिलहाल कुछ शोधों में यह बात भी सामने आई है कि इसके अधिक सेवन से दिल की बीमारी के साथ अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
आकर्षक बनाने के लिए मिलाए जाते हैं एडिटिव्स
कई खाद्य कंपनियां अपने खाद्य पदार्थों को स्वास्थ्य की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि स्वाद में भी बेहतर बनाने के लिए कुछ ऐसी चीजें मिलाती हैं, जिन्हें लंबे समय तक खाना स्वास्थ्य समस्याओं को दावत देने के बराबर होता है। फिलहाल कॉर्नफ्लेक्स को लेकर ऐसा ही कुछ दावा किया है अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च ने। कॉर्नफ्लेक्स में होनेवाले अतिरिक्त फैट, शुगर और नमक की मात्रा के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी के साथ कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां होने की भी संभावना जताई गई हैं। सिर्फ यही नहीं स्वाद, रंग और गंध को आकर्षक और टेम्पटिंग बनाने के लिए इनमें एडिटिव्स मिलाए जाते हैं, जिससे पूरा का पूरा पोषण स्ट्रक्चर ही बदल जाता है। कॉर्नफ्लेक्स में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होते हैं, जो डायबिटीज से जूंझ रहे पेशेंट के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होता। उस पर अतिरिक्त शुगर उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
कॉर्नफ्लेक्स के साइड इफेक्ट्स
हाई कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों से आम तौर पर वजन बढ़ने की समस्याओं के साथ हाई ब्लड प्रेशर, सूजन, फैटी लीवर और बढ़ते वजन के साथ दिल के दौरे और स्ट्रोक का रिस्क भी जुड़ा होता है। हालांकि ऐसा माना जाता है कि कॉर्नफ्लेक्स के सेवन से फैट कम होता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल की समस्याएं नहीं होती। लेकिन सच तो यह है कि कॉर्नफ्लेक्स खाने से वजन घटने की बजाय बढ़ने लगता है। सिर्फ यही नहीं कॉर्नफ्लेक्स के सेवन से आपके शरीर की जिंक और आयरन जैसे मिनरल्स को ऑब्सर्ब करने की क्षमता भी प्रभावित होती है। विशेष रूप से जिन्हें इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम हैं, उन्हें तो कॉर्नफ्लेक्स बिल्कुल नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी समस्या और बढ़ सकती है। कॉर्नफ्लेक्स में आम तौर पर हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप होता है, जिससे लंबे समय तक इसे सेवन करने से डाइजेशन से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती है, जिनमें पेट फूलना, पेट दर्द की शिकायत और इंटेस्टाइन में सूजन शामिल है।
विकल्प को आदत मत बनाइए
हालांकि कॉर्नफ्लेक्स के इन साइड इफेक्ट्स के अलावा इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि दूध-कॉर्नफ्लेक्स से जहां शरीर को प्रोटीन मिलता है, वहीं कॉर्नफ्लेक्स को शहद या बादाम के साथ मिलाकर खाने से आपके एंजाइम्स बेहतर रहते हैं। ऐसे में बेड पर रहनेवाले लोगों की तुलना में फिजिकली एक्टिव लोगों के लिए कॉर्नफ्लेक्स एक बेहतर विकल्प है और स्वस्थ नाश्ते के विकल्प के तौर पर इसे कभी-कभी खाया जा सकता है, लेकिन लंबे समय तक सिर्फ इसी पर कायम रहना सही नहीं है। तो अगली बार जब कॉर्नफ्लेक्स को अपने नाश्ते के रूप में आप चुनें, तो उसकी मात्रा संयमित रखें।